नई दिल्ली। सरकार इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट (इंडिया) लिमिटेड जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की करीब आधा दर्जन सलाहकार कंपनियों का विलय इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल) में करके एक बड़ी सलाहकार कंपनी बनाने पर विचार कर रही है। ताकि इस क्षेत्र की बड़ी वैश्विक कंपनियों का मुकाबला किया जा सके।
एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि सलाहकार सेवाएं देने वाली कुछ कंपनियों का विलय किया जा सकता है, ताकि एक वैश्विक स्तर की बड़ी कंपनी खड़ी की जा सके।
- वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2017-18 के बजट में सार्वजनिक क्षेत्र में विलय और एकीकरण के बारे में कहा है।
- हमारा मानना है कि विभिन्न क्षेत्रों के बारे में सलाहकार सेवाएं देने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की एक बड़ी कंपनी होनी चाहिए।
- इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी सलाहकार सेवा कंपनी है।
- यह मुख्यतौर पर तेल एवं गैस क्षेत्र में अपनी सेवाएं देती है।
- इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स (इंडिया) लिमिटेड ढांचागत क्षेत्र में टर्न-की आधार पर सेवाएं देती है।
- मेकान लिमिटेड भी ढांचागत परियोजनाओं और सेवाओं के क्षेत्र में तकनीकी सलाहकार सेवाएं देती है।
- दूरसंचार उद्योग के मामले में टेलीकम्यूनिकेशंस कंसल्टेंट्स (इंडिया) लिमिटेड है।
- इसके साथ ही वापकॉज भी है जो कि पानी, बिजली और ढांचागत परियोजनाओं के क्षेत्र में इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण की सलाहकार सेवाएं देती है।
- अधिकारी ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही इन सलाहकार सेवा कंपनियों को इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड में विलय करने की आवश्यकता है ताकि एक बड़ी सलाहकार कंपनी बन सके।
- इस प्रकार की बड़ी कंपनी विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं के लिए सेवाएं दे सकेगी।