नई दिल्ली। एक्साइज ड्यूटी से नाराज ज्वैलर्स को सरकार बड़ी राहत देने जा रही है। सरकार निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ज्वैलरी एक्सपोर्टर्स को ड्यूटी फ्री सोना मुहैया करा सकती है। इसके अलावा भी कई राहत पैकेज देने पर विचार कर रही है और इसकी घोषणा जल्द हो सकती है।
सूत्रों ने कहा कि वाणिज्य सचिव रीता तेवतिया की अध्यक्षता में अंतर-मंत्रालयी की बुधवार को हुई बैठक में इन उपायों पर चर्चा की गयी। बैठक में इसके अलावा निर्यातकों को रिपलेस्मेंट स्कीम के तहत निर्यातकों को जरूरत पड़ने पर शुल्क मुक्त सोने की आपूर्ति जैसे कदमों पर भी चर्चा की गयी। स्वर्ण आभूषण निर्यातकों के लिये क्षेत्र में कारोबार सुगमता के लिये कागजी काम कम किया जा सकता है।
यह प्रस्ताव किया गया है कि निर्यातकों को प्रोत्साहन के दावे के इरादे से राष्ट्रीय दर के आधार पर ज्वैलरी के एक्सपोर्ट की अनुमति दी जा सकती है। हालांकि उन्हें निर्यात के 180 दिन के भीतर वास्तविक मूल्य बताना होगा। एक निर्यातक ने बताया कि क्षेत्र वैश्विक आर्थिक नरमी से जूझ रहा है। रत्न एवं आभूषण का निर्यात मार्च में महज 4.6 फीसदी बढ़कर 3.61 अरब डॉलर रहा। वैश्विक मांग में नरमी के कारण कुल निर्यात मार्च महीने में 5.47 फीसदी घटकर 22.71 अरब डॉलर रहा।
मार्च में सोने के आयात में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई है। माह के दौरान सोने का आयात 80.48 प्रतिशत घटकर 97.29 करोड़ डॉलर रहा। सोने के आयात में गिरावट से चालू खाते के घाटे को नियंत्रण में रखने में मदद मिलेगी। वैश्विक और घरेलू दोनों बाजारों में स्वर्ण के दामों में गिरावट जारी है। मार्च 2015 में सोने का आयात यह 4.98 अरब डॉलर रहा था। आयात में इस कमी के चलते मार्च में व्यापार घाटा 5.07 अरब डॉलर रहा जो पांच साल में सबसे कम है।