नई दिल्ली। वाणिज्य मंत्रालय ने चार और पांच स्टार दर्जा प्राप्त एक्सपोर्ट घरानों पर सोने का आयात न करने की पाबंदी लगा दी है। इस कदम के बाद अब इन एक्सपोर्ट घरानों को मूल्यवान धातु केवल अपने उपयोग के लिए ही खरीदने की अनुमति होगी।
एक अधिकारी के अनुसार विदेश व्यापार महानिदेशालय द्वारा लगाई गई पाबंदी का मकसद सोने के आयात पर अंकुश लगाना है। इस मूल्यवान धातु का आयात 2017-18 की पहली छमाही में दो गुना से अधिक बढ़कर 16.95 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। महानिदेशालय ने एक अधिसूचना में कहा है कि कोई भी नामित एजेंसी का प्रमाणपत्र चार स्टार और पांच स्टार का दर्जा प्राप्त एक्सपोर्ट घरानों को जारी नहीं किया जाएगा।
चार और पांच स्टार का दर्जा उन एक्सपोर्ट घरानों को दिया गया है, जिन्होंने चालू और पिछले दो साल में क्रमश: 50 करोड़ डॉलर और दो अरब डॉलर मूल्य से अधिक का निर्यात किया है। इसमें कहा गया है कि मौजूदा नामित एजेंसी प्रमाणपत्र वाले चार और पांच स्टार एक्सपोर्ट घरानों को सोने के आयात की अनुमति वास्तविक उपयोग शर्तों पर निर्भर है।
उन्हें नामित एजेंसी प्रमाणपत्र की बची हुई अवधि के लिए केवल विनिर्माण और एक्सपोर्ट के लिए सोने के आयात की अनुमति होगी। नामित एजेंसियां वो हैं, जो सोने के आयात और उसे घरेलू इकाइयों को बेचने को अधिकृत हैं। सोने के आयात से चालू खाते के घाटे पर सीधा प्रभाव पड़ता है।