नई दिल्ली। सरकार ने एचएमटी की घाटे में चल रही तीन यूनिट को बंद करने का फैसला किया है। इसमें लोकप्रिय एचएमटी वॉच यूनिट के साथ ही एचएमटी चीनार वॉचेस और एचएमटी बियरिंग्स शामिल हैं। सरकार इन यूनिट के कर्मचारियों को आकर्षक स्वैच्छिक सेवानिवृत्त योजना (वीआरएस) की पेशकश की है, इसमें कर्मचारियों को 2007 पे स्केल पर वीआरएस दिया जाएगा।
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एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 427.48 करोड़ रुपए की नगदी सहायता के साथ एचएमटी लिमिटेड की घाटे में चल रही तीन यूनिट एचएमटी वॉचेस, एचएमटी चीनार वॉचेस और एचएमटी बियरिंग्स को बंद किया जाएगा और इनके तकरीबन एक हजार कर्मचारियों को वीआरएस/वीएसएस दिया जाएगा और उनके सभी बकाया भुगतान पूरे किए जाएंगे। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स (सीसीईए) की बैठक में लिया गया।
सीसीईए ने एचएमटी वॉचेस, एचएमटी चीनार वॉचेस और एचएमटी बियरिंग्स के कर्मचारियों को 2007 के पे स्केल के आधार पर वीआरएस/वीएसएस देने को अपनी मंजूरी दी है। इन कंपनियों की चल व अचल संपत्ति को सरकारी की पॉलिसी के आधार पर बेचा जाएगा। इससे पहले कैबिनेट ने भारी उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले पांच पीएसयू को बंद करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। इसमें एचएमटी की तीन यूनिट, तुंगभद्रा स्टील और हिंदुस्तान केबल्स शामिल हैं। सीसीईए ने पिछले महीने तुंगभद्र स्टील को बंद करने की मंजूरी दी थी।