नई दिल्ली। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 31 जनवरी तक प्रत्यक्ष कर के रूप में 7.52 लाख करोड़ रुपए का संग्रह किया है। मंगलवार को संसद में यह जानकारी दी गई। संशोधित अनुमान (आरई) में चालू वित्त वर्ष, जो 31 मार्च को समाप्त होगा, के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह लक्ष्य को बढ़ाकर 11.70 लाख करोड़ रुपए किया गया है। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि 31 जनवरी, 2020 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह के तहत कुल 7,52,472 करोड़ रुपए की प्राप्ती हुई है।
प्रत्यक्ष कर में कॉरपोरेट और इनकम टैक्स आता है। ठाकुर ने कहा कि एडवांस टैक्स की अंतिम किस्त मार्च, 2020 में देय है इसलिए अभी चालू वित्त वर्ष के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह के लिए कोई अनुमान लगाना काफी जल्दबाजी होगा।
एक अन्य प्रश्न के जवाब में ठाकुर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए संशोधित अनुमान 18.50 लाख करोड़ रुपए की राजस्व प्राप्तियों के आधार पर लगाया गया है, जो बजट में अनुमानित 19.62 लाख करोड़ रुपए से कम है।
ठाकुर ने कहा कि कॉरपोरेशन टैक्स, आय पर टैक्स, कस्टम ड्यूटी, एक्साइज ड्यूटी और माल एवं सेवा कर में गिरावट के परिणामस्वरूप राजस्व प्राप्तियां बजट लक्ष्य से कम रही है और इसलिए संशोधित अनुमान 2019-20 में इसे कम किया गया है।
सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए अपने राजकोषीय घाटा लक्ष्य को भी बढ़ाकर जीडीपी का 3.8 प्रतिशत कर दिया है, जो बजट में 3.3 प्रतिशत रखा गया था।