नई दिल्ली। दूरसंचार विभाग ने देश की सबसे बड़ी मोबाइल टावर कंपनी इंडस टावर के भारती इंफ्राटेल के साथ विलय को मंजूरी दे दी है। अधिकारिक सूत्रों ने इस विलय की जानकारी दी है। विलय के बाद इस कंपनी के पास पूरे भारत में 1.63 लाख टावर होंगे जो देश के सभी 22 टेलीकॉम सर्विस एरिया में मौजूद हैं।
विलय के बाद नई कंपनी चीन के बाहर पूरी दुनिया में सबसे बड़ी टावर कंपनी होगी। इंडस टावर में भारती इंफ्राटेल और वोडाफोन की 42-42 फीसदी हिस्सेदारी है। वहीं वोडाफोन आइडिया की हिस्सेदारी 11.15 फीसदी है। बाकी की हिस्सेदारी अमेरिका के प्राइवेट इक्विटी फंड की है। विलय से वोडाफोन आइडिया के लिए राहत की खबर है। कंपनी को डील के बाद अपनी हिस्सेदारी बेचने से करीब 4500 करोड़ रुपये मिल सकते हैं।
टावर कंपनियों ने अप्रैल 2018 में ही विलय का ऐलान कर दिया था और वो सरकार से मंजूरी का इंतजार कर रहे थे।