नई दिल्ली। ईरान के साथ संबंध मजबूत करने के लिए सरकार ने नेशनल इरानियन ऑयल कंपनी (एनआईओसी) को मुंबई में दफ्तर खरीदने की मंजूरी दे दी है। इसके अलावा सरकार तीन ईरान के बैंकों को अपनी शाखाएं खोलने की मंजूरी देनी की प्रक्रिया में है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध हटने के बाद चीन और कोरिया समेत प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं ईरान के साथ संबंध बढ़ा रही हैं जहां रूस के बाद गैस का दूसरा सबसे बड़ा भंडार है।
भारत भी इस दौड़ में पीछे न रह जाए, इसके लिए वह उस देश के साथ संबंध बढ़ा रहा है जो उसका दूसरा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्दी ही ईरान यात्रा पर जाने वाले हैं ताकि संबंधों को और मजबूत किया जा सके। वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, एनआईओसी को दफ्तर की जगह खरीदने के लिए मंजूरी दे दी गई है।
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भारतीय रिफाइनिंग कंपनियां ईरान की राष्ट्रीय तेल कंपनी, एनआईओसी से कच्चे तेल की खरीद इस साल करीब-करीब दोगुनी कर दो करोड़ टन करने पर विचार कर रही हैं और इसके स्थायी कार्यालय से व्यापार में मदद मिलेगी। इसके अलावा ईरान ने तीन बैंकों के लिए भारत में अपनी शाखाएं खोलने के लिए मंजूरी मांगी है। अधिकारी ने कहा, बैंक पसरगाद और पर्शियन बैंक भारत में दफ्तर खोलना चाहते हैं जबकि समन बैंक अपनी अनुषंगी खोलना चाहता है।
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