बार्सिलोना। दूरसंचार सचिव जे एस दीपक ने भारत को स्पेक्ट्रम का सुपरमार्केट बताते हुए कहा कि सरकार की योजना हर साल स्पेक्ट्रम नीलामी करने की है। इससे ऑपरेटरों को सुविधा हो और वे अपनी पसंद का स्पेक्ट्रम चुन सकें।
दीपक ने यहां मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस के मौके पर अलग से बातचीत में कहा, 2016 में हमने पूरा स्पेक्ट्रम रखा था। भविष्य में भी हम ऐसा करेंगे। ऑपरेटर जो स्पेक्ट्रम चाहते हैं चुन सकते हैं। जो बचेगा उसे हम बार-बार बेचेंगे। हम हर साल स्पेक्ट्रम नीलामी करना चाहते हैं।
पिछले साल नहीं मिला था अच्छा रिस्पॉन्स
- दीपक कहा कि ऑपरेटरों के मन में यह कभी नहीं आना चाहिए कि स्पेक्ट्रम की कमी है।
- पिछले साल स्पेक्ट्रम नीलामी में काफी कमजोर प्रतिक्रिया देखने को मिली थी, क्योंकि उस समय उसकी कीमत काफी ऊंची रखी गई थी।
- उम्मीद थी कि स्पेक्ट्रम नीलामी से 5.6 लाख करोड़ रुपए जुटेंगे, लेकिन वास्तव में सिर्फ 65,789 करोड़ रुपए ही जुटाए जा सके थे।
- उस समय नीलामी में प्रीमियम 4जी बैंड सहित करीब 60 प्रतिशत स्पेक्ट्रम बिक नहीं पाया था।
दीपक ने कहा कि वार्षिक आधार पर स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए एक रूपरेखा की पहचान की गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हम अगली नीलामी पर सिफारिशों के लिए ट्राई से आग्रह करेंगे। मेरा मानना है कि स्पेक्ट्रम नीलामी जुलाई से दिसंबर के बीच हो सकती है।