नई दिल्ली। पिछले दिनों पीएनबी समेत कई प्रमुख सरकारी बैंकों में सामने आई घोटाले की खबरों को लेकर अब सरकार ने सख्त रुख अख्तियार करना शुरू कर दिया है। सरकार विभिन्न बैंकों के उन शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार कर रही है जिनके नाम विभिन्न एजेंसियों की जांच रिपोर्ट में सामने आयी है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
हाल के महीनों में बैंक क्षेत्र में धोखाधड़ी के कई मामले सामने आये हैं। इसमें जौहरी नीरव मोदी तथा उनकी कंपनियों , रोटोमेक पेन्स , द्वारका दास सेठ इंटनरेशनल तथा एयरसेल के मामले शामिल हैं। इनमें से कई मामलों की जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय समेत कई एजेंसियों ने की है। सरकार को इन सभी मामलों में शीर्ष प्रबंधन के लिप्त होने की आशंका लग रही है। इसे देखते हुए अब सरकार इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
सूत्रों ने कहा कि बैंकों के उन कुछ शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए जिनके नाम धोखाधड़ी के संदर्भ में जांच ऐंजसियों की रिपोर्ट में आये हैं। नीरव मोदी द्वारा करीब 13,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में पंजाब नेशनल बैंक ने मामले में कथित तौर पर शामिल होने को लेकर दो दर्जन से अधिक बैंक अधिकारियों को निलंबित किया है। वहीं रोटोमैक पेन्स धोखाधड़ी मामले में भी विभिन्न बैंक के अधिकारी कथित तौर पर शामिल हैं।