नई दिल्ली। केंद्र सरकार सरकारी तेल कंपनियों के स्वामित्व वाले पेट्रोल पंपों की कमाई बढ़ाने के कई उपाय कर रही है, जिसके तहत इन पेट्रोल पंपों पर दवाइयां, किराना के सामान LED बल्ब और अन्य उत्पाद बेचने की अनुमति दी जा सकती है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक भविष्य में पेट्रोल पंपों पर फार्मेसी और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) सेवा केंद्र खोले जा सकेंगे। मंत्री ने एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि. (EESL) और तीनों सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (ओएससीज) के बीच पेट्रोल पंपों पर ‘उजाला’ ऊर्जा कुशल घरेलू उपकरणों की बिक्री को लेकर किए गए समझौता ज्ञापन (MoU) के अवसर पर यह जानकारी दी।
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यह समझौता उजाला (उन्नत जीवन हेतु सभी के लिए किफायती एलईडी और उपकरण) योजना के तहत किया गया। समझौते के अनुसार ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम) अपने कुछ चुनिंदा खुदरा केंद्रों से LED बल्ब, LED ट्यूबलाइट और ऊर्जा कुशल पंखों का वितरण करेगीं। इन ऊर्जा कुशल उपकरणों का वितरण चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। पहले चरण में वितरण की शुरुआत उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों से की जाएगी।
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ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के साथ समझौते के तहत EESL खुदरा विक्रय केंद्रों में उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पूरी पूंजी निवेश करेगा और कर्मचारियों और स्थान के उपलब्ध कराने के अतिरिक्त तेल कंपनियों को कोई भी निवेश करने की आवश्यकता नहीं होगी। उपभोक्ता उच्च गुणवत्ता वाले 9 वाट LED बल्बों को 70 रुपए में, 20 वाट के LED ट्यूबलाइट 220 रुपए में और 5-स्टार वाले पंखों को 1200 रुपए में खरीद सकेंगे।