नई दिल्ली। सरकार को पूर्ण विश्वास है कि पांच साल में पहली बार चालू वित्त वर्ष में वह बजट में निर्धारित टैक्स रेवेन्यू का लक्ष्य हासिल कर लेगी। वर्ष 2015-16 के बजट में डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स से कुल 14.49 लाख करोड़ रुपए का रेवेन्यू हासिल होने का अनुमान है। डायरेक्ट टैक्स की वसूली बजट अनुमान से कम रह सकती है पर इसकी भरपाई इनडायरेक्ट टैक्स से हो सकती है। इनडायरेक्ट टैक्स लक्ष्य से 40,000 करोड़ रुपए अधिक वसूल होने की उम्मीद है।
राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान हमारा इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन बजट में तय लक्ष्य से 40,000 करोड़ रुपए अधिक रह सकता है। कुल मिलाकर हमें उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष के लिए तय टैक्स रेवेन्यू कलेक्शन लक्ष्य शत प्रतिशत हासिल कर लिया जाएगा। इससे पहले सरकार लगातार कई वर्षों से टैक्स कलेक्शन के पूरे लक्ष्य हासिल नहीं कर पा रही थी। इससे पहले 2010-11 में टैक्स रेवेन्यू बजट लक्ष्य से अधिक हुआ था। वर्ष 2015-16 के बजट में 7.97 लाख करोड़ रुपए का डायरेक्ट टैक्स (कॉर्पोरेट और इनकम टैक्स) से और 6.47 लाख करोड़ रुपए कस्टम ड्यूटी, एक्साइज ड्यूटी और सर्विस टैक्स जैसे इनडायरेक्ट टैक्स से प्राप्त होने का अनुमान लगाया गया है।
चालू वित्त वर्ष के 10 महीने की अवधि (अप्रैल-जनवरी 2015-16) के दौरान इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 5.44 लाख करोड़ रुपए रहा है, जो पूरे वर्ष के लक्ष्य का 88 फीसदी है। डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 5.22 लाख करोड़ रुपए (वार्षिक लक्ष्य का 65 फीसदी) रहा है। अधिया ने कहा, दोनों डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स वसूली को मिलाकर बजट अनुमान का 73.5 फीसदी प्राप्त कर लिया गया है। अधिया ने कहा, रुझान को देखते हुए ऐसा लगता है कि जहां तक इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का सवाल है, सरकार को बजट अनुमान से 40,000 करोड़ रुपए से अधिक प्राप्त हो सकता है, जबकि डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में इतनी ही कमी रह सकती है। पिछले वित्त वर्ष 2014-15 में सरकार ने 13.64 लाख करोड़ रुपए के टैक्स रेवेन्यू का लक्ष्य रखा था पर इसे संशोधित कर 12.51 लाख करोड़ रुपए करना पड़ा। वर्ष 2013-14 में टैक्स रेवेन्यू का बजट अनुमान 12.35 लाख करोड़ रुपए और संशोधित अनुमान 11.58 लाख करोड़ रुपए था। वर्ष 2012-13 तथा 2011-12 में भी टैक्स रेवेन्यू के संशोधित अनुमान प्रारंभिक बजट अनुमान से कम रहे थे।