नई दिल्ली। अगले वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल से सितंबर के बीच सरकार बाजार से 4.88 लाख करोड़ रुपये जुटाएगी। कोरोना वायरस महामारी के असर से निपटने के प्रयासों के बीच सरकार संसाधन जुटाने में लगी है। आर्थिक मामलों के सचिव अतनु चक्रवर्ती ने मंगलवार को इुई बैठक के निर्णय की जानकारी दी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2020- 21 के बजट में बाजार से सकल 7.8 लाख करोड़ रुपये का उधार लिए जाने का अनुमान लगाया है। चालू वित्त वर्ष में इसके 7.1 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
सकल उधारी में पिछले कर्जों के भुगतान के लिए उठायी गयी कर्ज की राशि भी शामिल होती है। वित्त मंत्री ने 2020- 21 का आम बजट पेश करते हुये कहा कि 2019- 20 के दौरान शुद्ध बाजार उधारी 4.99 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है जबकि नये वित्त वर्ष 2020- 21 में इसके 5.36 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
अगले वित्त वर्ष में बाजार से उठाई जाने वाली राशि का एक बड़ा हिस्सा पूंजी व्यय में खर्च होने का अनुमान है। सरकार ने पूंजी खर्च में 21 प्रतिशत की वृद्धि का प्रावधान किया है। सरकार अपने राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिये बाजार से धन जुटाती है। इसके लिये मियादी बांड और ट्रेजरी बिल जारी किए जाते हैं। वर्ष 2020- 21 के बजट में सरकार का राजकोषीय घाटा 7.96 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया है जो कि सकल घरेलू उत्पाद का 3.5 प्रतिशत होगा।