विजयवाड़ा। केंद्र सरकार परिवहन के लिए जलमार्ग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गंगा नदी पर 30 बंदरगाह बना रही है। सरकार का मानना है कि अंतर्देशीय जलमार्ग निर्यात बढ़ाने और वस्तु एवं यात्री परिवहन की लागत कम करने वाला एक सफल कदम साबित होगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग बेहद महत्वपूर्ण हैं, लेकिन जलमार्ग सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं। चीन में 47 फीसदी वस्तु एवं यात्री यातायात जलमार्ग के जरिये होता है। कोरिया में 43 फीसदी और जापान में 44 फीसदी माल एवं यात्री परिवहन जलमार्ग के जरिये होता है। यूरोपीय देशों में भी 40 फीसदी माल एवं यात्री परिवहन जलमार्ग के जरिये ही होता है, भारत में यह सिर्फ 3.5 फीसदी है।
सड़क परिहवन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि जलमार्ग के जरिये परिवहन की लागत सड़क या रेल यात्रा के मुकाबले काफी कम है। उन्होंने कहा सड़क मार्ग से लागत 1.50 रुपए प्रति किलोमीटर है तो रेल के जरिये एक रुपए और जलमार्ग के जरिये यह 25 पैसे प्रति किलोमीटर है।
गडकरी ने कहा कि ईंधन के तौर पर एलएनजी के उपयोग से जलमार्ग की लॉजिस्टिक लागत घटेगी। गडकरी ने कहा मुझे लगता है कि यह पासा पलटने वाला होगा। हम अपने निर्यात में बढ़ोतरी कर सकते हैं, हम उत्पादन लागत घटा सकते हैं क्योंकि लॉजिस्टिक की लागत कम होगी, हम ईंधन के तौर पर एलएनजी का इस्तेमाल करना चाहते हैं। गडकरी ने कहा कि सरकार नए मोटर वाहन अधिनियम का मसौदा तैयार करने की प्रक्रिया में है और यह देश भर में ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थान भी स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि नया कानून क्रांति लाएगा और कानून में प्रस्तावित ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थानों में कम्प्यूटराइज्ड जांच की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।