नई दिल्ली। कृषि मंत्रालय ने अच्छे मानसून की उम्मीदों के बल पर फसल वर्ष 2020-21 में देश में खाद्यान्नों का कुल उत्पादन 63.5 लाख टन बढ़ाकर 29.83 करोड़ टन करने का लक्ष्य तय किया है। मंत्रालय द्वारा फरवरी में जारी दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार फसल वर्ष 2019-20 में देश का खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 29.19 करोड़ टन रह सकता है।
कृषि आयुक्त एस. के मल्होत्रा ने खरीफ फसलों की बुवाई की योजना तैयार करने के लिए आयोजित राष्ट्रीय स्तर के वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत मौसम विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि जून से सितंबर के दौरान दक्षिण-पश्चिमी मानसून के कारण होने वाली बारिश कुल मिलाकर सामान्य रह सकती है। यह वर्षा पर निर्भर खरीफ फसलों के लिए उम्मीदें बढ़ाता है।
मल्होत्रा ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर राज्य सरकारों को बताया कि कृषि से जुड़ी गतिविधियों को पाबंदियों से किस तरह की छूट दी गई है। उन्होंने खरीफ फसलों की बुवाई के दौरान लोगों के बीच परस्पर दूरी बनाए रखने तथा स्वच्छता का उचित प्रबंध किए जाने की जरूरत के बारे में राज्य सरकारों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में पहले ही खरीफ फसलों की बुवाई शुरू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि फसल वर्ष 2020-21 के दौरान खरीफ सत्र में 14.99 करोड़ टन और रबी सत्र में 14.84 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इस तरह पूरे फसल वर्ष 2020-21 के दौरान 29.83 करोड़ टन खाद्यान्न के उत्पादन का लक्ष्य है।