नई दिल्ली। साबरमती रिवर फ्रंट से देश की पहली सी प्लेन सेवा की सफल शुरुआत के बाद सरकार अब इस सेवा को देश के दूसरे हिस्सों में ले जाने की तैयारी कर रही है। सरकार की योजना के मुताबिक जल्द ही नई दिल्ली और मुंबई से भी करीबी शहरों के लिए सी प्लेन की सुविधा शुरू की जाएगी। सरकार ने इसके लिए कंपनियों से प्रस्ताव मांगे हैं।
किन जगहों के लिए मिल सकती है सी प्लेन सेवा
सरकार की तरफ से सागरमाला डेवलपमेंट कंपनी ने सी प्लेन सुविधा देने वाली कंपनियों से चुनिंदा खास रुट्स पर सेवा देने के लिए शुरुआती आवेदन मांगे हैं। हालांकि प्रस्ताव के मुताबिक कंपनियां अपनी तरफ से भी रूट्स के प्रस्ताव रख सकती हैं। प्रस्तावित रूट्स में शामिल हैं..
- दिल्ली से अयोध्या (उत्तर प्रदेश)
- दिल्ली से टिहरी (उत्तराखंड)
- दिल्ली से श्रीनगर (उत्तराखंड)
- दिल्ली से चंडीगढ़
- मुंबई से शिर्डी
- मुंबई से लोनावाला
- मुंबई से गणपतिपुले
- सूरत से द्वारिका
- सूरत से कांडला
- इसके अलावा कंपनियां खुद भी किसी रूट का सुझाव दे सकती हैं।
- सरकार इसके साथ वाराणसी और अयोध्या के बीच सेवा की संभावनाएं भी तलाश रही है।
दिल्ली में कहां से शुरू होंगी सी प्लेन सेवा
साबरमती की तर्ज पर दिल्ली में यमुना रिवर फ्रंट को सी प्लेन सेवा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। सरकारी सूत्रों की माने तो वाराणसी, अयोध्या जैसी जगहों पर सी प्लेन के लिए फिलहाल कोई इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है लेकिन इन सेवाओं के लिए जरूरी सुविधाओं को जल्दी तैयार किया जा सकता है। ऐसे में अगर कोई कंपनी किसी खास रुट पर सीप्लेन उड़ाने का प्रस्ताव देती है तो वहां जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार किया जाएगा।
क्या है सी प्लेन सेवा की खासियत
सी प्लेन समुद्र, झील, नदी आदि से उड़ान भर या उतर सकते हैं। यात्री सेवाओं के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जाता है। सी प्लेन आम विमानों के मुकाबले छोटी दूरी के लिए कम यात्री के साथ उड़ान भरते हैं। हालांकि सेवा को शुरू करना या उसे चलाना ज्यादा तेज और आसान होता है। आम तौर पर सी प्लेन एक टूरिस्ट आकर्षण माने जाते हैं और विदेश में टूरिज्म का अहम हिस्सा है। ऐसी सेवा किसी क्षेत्र में पर्यटकों की पहुंच तेज और आसान करती है जिससे न केवल क्षेत्र में टूरिज्म को फायदा मिलता है साथ ही सी-प्लेन सेवा खुद भी कई रोजगार उपलब्ध कराती है। इसी वजह से सरकार इस पर जोर दे रही है।