मुंबई: वैश्विक सलाहकार फर्म गार्टनर ने गुरुवार को कहा कि वर्ष 2022 में सरकार द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी पर खर्च 8.6 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है, जिसमें मौजूदा 2021 के दौरान 13.2 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। गार्टनर की वरिष्ठ प्रमुख शोध विश्लेषक अपेक्षा कौशिक ने कहा, ‘‘वैश्विक महामारी के कारण भारत सरकार के संगठनों के डिजिटलीकरण की पहल ने 2020 में एक बड़ी छलांग लगाई। महामारी ने सरकार को अपनी प्राथमिकताएं बदलने के लिए मजबूर किया।’’
उन्होंने कहा कि पूरे देश में टीकाकरण की दर बढ़ने के साथ ही सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है और सरकारें डिजिटलीकरण के प्रयासों को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करती रहेंगी। रिपोर्ट के मुताबिक सॉफ्टवेयर पर खर्च 2022 में 24.7 प्रतिशत बढ़कर 182.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो जाएगा, जबकि डेटा सेंटर के खर्च में बढ़ोतरी घटेगी और इसके 2.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। गार्टनर ने आगे कहा कि दूरसंचार सेवाओं पर कुल खर्च में एक प्रतिशत की गिरावट होने का अनुमान है।