नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और बिहार के उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी को मिलती हार के बाद केंद्र सरकार ने राजस्थान को लेकर बड़ा कदम उठाया है। राजस्थान के किसानों की सहायता के लिए केंद्र ने राज्य में चना और सरसों की खरीद करने की मंजूरी दे दी है। बुधवार को केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने इसके बारे में जानकारी दी है।
8 लाख टन सरसों और 4 लाख टन चने की होगी खरीद
राधामोहन सिंह ने कहा है कि चालू फसल वर्ष 2017-18 के लिए राजस्थान से चना और सरसों खरीद को मंजूरी दी गई है, राज्य से सरकारी एजेंसियां 8 लाख टन सरसों और 4 लाख टन चने की खरीद करेंगी। राजस्थान में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं और जानकार मान रहे हैं कि विधानसभा चुनावों को देखते हुए और राज्य के किसानों को खुश करने के लिए ही केंद्र ने राज्य में चना और सरसों खरीदने को मंजूरी दी है।
समर्थन मूल्य से 800 रुपए नीचे बिक रहा है चना
देशभर में राजस्थान सरसों का सबसे बड़ा और चने का तीसरा बड़ा उत्पादक राज्य है। इस साल देश में चने की रिकॉर्ड पैदावार होने का अनुमान है जिस वजह से चने की कीमतें सरकार के तय किए हुए समर्थन मूल्य से काफी नीचे चल रही हैं। सरकार ने आने वाली चने की फसल के लिए 4400 रुपए प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य तय किया हुआ है जबकि देश की कई मंडियों में चना 3600-3700 रुपए प्रति क्विंटल पर बिक रहा है।
सरसों का भाव समर्थन मूल्य के करीब
हालांकि सरसों का भाव भी सरकार के तय किए हुए समर्थन मूल्य से ऊपर है लेकिन आगे जब आवक बढ़ेगी तो सरसों के भाव पर दबाव आ सकता है, सरकार ने इस साल सरसों के लिए 4000 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य तय किया हुआ है। ऐसे में किसानों से उनकी फसल खरीदकर उन्हें अच्छा भाव दिलाने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।