नई दिल्ली। सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक नवंबर 2015 में शुरू की गई स्वर्ण मौद्रीकरण (Gold Monetisation) योजना में अब तक घरों और मंदिरों में बेकार पड़ा 3.1 टन सोना जुटाया जा चुका है।
वित्त मंत्रालय के संयुक्त सचिव सौरभ गर्ग ने कहा, स्वर्ण मौद्रीकरण योजना के तहत अब तक 3.1 टन सोना जमा किया गया है। उन्होंने कहा कि यह सोने के सालाना आयात 800 से 1,000 टन की तुलना में बहुत कम है जिसमें से करीब 300 टन केवल निवेश के लिए इस्तेमाल होता है जबकि बाकी का इस्तेमाल आभूषण बनाने में किया जाता है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि निवेश के लिए इस्तेमाल होने वाले हिस्से को स्वर्ण मौद्रीकरण योजना की ओर मोड़ लिया जाएगा।
स्वर्ण बांड योजना का चौथा चरण सोमवार से
सोने के बढ़ते आयात को नियंत्रित करने के लिए शुरू की गई सरकारी स्वर्ण बांड योजना का चौथा चरण सोमवार 18 जुलाई से शुरू होगा। वित्त मंत्रालय ने बताया कि इस योजना के लिए आवेदन 18 जुलाई से 22 जुलाई 2016 के बीच स्वीकार किए जाएंगे। इसके बांडों को पांच अगस्त 2016 को जारी किया जाएगा।
इन बांडों की बिक्री स्टॉक होल्डिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, निर्धारित डाकघरों, बैंकों, बीएसई और एनएसई के माध्यम से की जाएगी।
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