नई दिल्ली। अगर आप विदेशी ब्रांडेड कपड़ों के शौकीन हैं तो आपके लिए बुरी खबर है। सरकार ने घरेलू टेक्सटाइल कारोबार को बांग्लादेश, वियतनाम और चीनी कपड़ों से मिल रही चुनौती से मुकाबला करने के लिए बड़ी राहत दी है। मंगलवार को सरकार ने विदेश से आयात होने वाले 45 टेक्सटाइल प्रोडक्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी है। सरकार ने सभी प्रोडक्ट पर 20 फीसदी की इंपोर्ट ड्यूटी लगा दी है। इस संबंध में वित्त मंत्रालय की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।
टेक्सटाइल इंडस्ट्री को भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहा जाता है। यह भारत का सबसे बड़ा असंगठित उद्योग है जहां सर्वाधिक लोगों को रोजगार मिलता है। लेकिन पिछले एक दशक से विदेश से आ रहे सस्ते कपड़ों के चलते इस उद्योग को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। भारतीय बाजार बांग्लादेश, वियतनाम, चीन जैसे देशों से आयातित सस्ते कपड़ों से भरे पड़े हैं। वहीं यूरोप और अमेरिका से आने वाले महंगे कपड़े भी भारतीय उद्योग को चोट पहुंचा रहे हैं उससे भी उद्योग को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने आज इन विदेश आयातित कपड़ों पर भारी टैक्स लाद दिया है। इससे महंगे विदेशी ब्रांड जैसे एडिडास, एचएंडएम, डीज़ल, अरमानी, डीएंडजी, लेकॉस्टे जैसे ब्रांड के कपड़े महंगे हो जाएंगे। लेकिन यदि ये कंपनियां भारत में ही कपड़े मैन्युफैक्चर करती हैं तो इनकी कीमतों पर फिलहाल कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इसके अतिरिक्त सस्ते कपड़े बेचने वाली कंपनियों जैसे विशाल रिटेल और वी मार्ट जैसी रिटेल चेन पर भी कपड़े महंगे हो सकते हैं।