नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने चीनी के आयात पर लगने वाले आयात शुल्क को मौजूदा शुल्क के मुकाबले दोगुना कर दिया है। खाद्य मंत्रालय की सिफारिशों को मानते हुए चीनी आयात पर अब 100 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी लगेगी। अबतक चीनी पर 50 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी का प्रावधान है। हालांकि इसको लेकर अभी तक सरकार की तरफ से किसी तरह की अधिसूचना नहीं आई है लेकिन सूत्रों का मानना है कि आयात शुल्क क 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 100 प्रतिशत करने पर फैसला हो चुका है।
इंडस्ट्री ने भी की थी आयात शुल्क बढ़ाने की मांग
करीब 2 हफ्ते पहले देश में चीनी मिलों के संगठन इंडियन सुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने भी चीनी पर आयात शुल्क को बढ़ाकर 100 प्रतिशत करने की मांग रखी थी, ISMA की इस मांग के बाद ही खाद्य मंत्रालय ने आयात शुल्क बढ़ाने की सिफारिश की थी। ISMA ने आशंका जताई थी कि पाकिस्तान अपने यहां से चीनी निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी दे रहा है, ऐसे में पाकिस्तान से भारत को चीनी आयात हो सकती है। ISMA के मुताबिक चीनी आयात होने से देश में कीमतें घट सकती है जिससे चीनी उद्योग पर खराब असर पड़ेगा और किसानों का गन्ने का भुगतान करने में भी परेशानी हो सकती है।
मांग के मुकाबले चीनी उत्पादन 11 लाख टन ज्यादा
ISMA ने इस साल देश में 261 लाख चीनी पैदा होने का अनुमान लगाया है जो पिछले साल के मुकाबले 58 लाख टन अधिक होगा। ISMA के मुताबिक इस साल देश में करीब 250 लाख टन चीनी की खपत होने का अनुमान है, ऐसे में 10-11 लाख टन अतीरिक्त चीनी बच जाएगी जिसमें से निर्यात करना जरूरी है।
दाम बढ़ने की आशंका बढ़ी
ISMA की मांग और गन्ना किसानों के हितों को देखते हुए सरकार ने चीनी पर आयात शुल्क तो बढ़ा दिया है लेकिन इससे रिटेल मार्केट में चीनी की कीमतें बढ़ने की आशंका भी बढ़ गई है। हालांकि अभी रिटेल मार्केट में चीनी के दाम पहुंच में ही हैं, मंगलवार को राजधानी दिल्ली में चीनी का रिटेल दाम 37 रुपए, मुंबई में 40 रुपए और कोलकाता में भी 40 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया।