बेंगलूरू। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि मोदी सरकार साहसिक निर्णय कर रही है और अर्थव्यवस्था को साफ सुधरी बनाने पर ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि देश में कारोबार के लिए वातावरण और अधिक अनुकूल हो और इससे होने वाले लाभ को गरीबों पर खर्च किया जा सके।
जेटली ने बजट 2017 पर एक परिचर्चा में यह भी कहा कि पिछली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की मूल समस्या यह थी कि उसके प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सत्तारुढ पार्टी या सरकार के स्वाभाविक नेता नहीं थे। पिछली सरकार की नीति और नीयत दोनों में खामी थी।
यह आयोजन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बेगलूरू इकाई ने आयोजित किया था। इसमें केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार और सदानंद गौड़ा और कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष बीएस येदुयेरप्पा ने भी भाग लिया।
- जेटली ने मौजूदा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के बारे में कहा, लेकिन अब हमारे पास प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के रूप में ऐसा नेता है जो साहसिक निर्णय लेने की इच्छाशक्ति रखता है।
- कुल मिला कर हमारा जोर फैसलों में तेजी करना और अधिक सहास के साथ निर्णय करना, अर्थव्यवस्था को साफ सुथरा बनाना, कालेधन से मुक्ति , भ्रष्टाचार से मुक्ति पाना और कारोबार के लिए अनुकूल वातावरण पैदा करना है।
- ताकि इससे करों के रूप से सरकार को अधिक प्राप्ति हो और उसे देश के गरीबों पर खर्च किया जा सके।