नई दिल्ली। सरकार ने हवाई किराए पर नीति तैयार करने को लेकर उच्च स्तर पर चर्चा शुरु की है। ऐसी संभावना है कि सरकार किराए में वृद्धि को लेकर कुछ संभावित सीमा लगा सकती है क्योंकि विशेष रूप से व्यस्त मांग अवधि में हवाई टिकट के किराए में वृद्धि करे लेकर चिंता है।
पिछले महीने सांसदों ने भी जाट आंदोलन तथा प्राकृतिक आपदाओं के दौरान हवाई किराये में वृद्धि को लेकर चिंता व्यक्त की थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नागर विमानन मंत्रालय, नागर विमानन महानिदेशालय तथा सरकार की अन्य इकाइयों ने विचार-विमर्श शुरु किया है कि क्या हवाई किराए पर सीमा होनी चाहिए।
अधिकारी ने कहा कि हवाई किराए के संदर्भ में नीति को लेकर चर्चा उच्च स्तर पर जारी है। यह पूछे जाने पर कि क्या सैद्धांतिक रूप से मंत्रालय ने हवाई किराए पर सीमा लगाने का निर्णय किया है, अधिकारी ने विस्तार से कुछ नहीं कहा। लेकिन उसने इतना जरूर कहा कि विभिन्न पहलुओं पर गौर किया जा रहा है।
नागर विमानन राज्यमंत्री महेश शर्मा ने हाल ही में कहा था, हम टिकट की कीमत पर सीमा लगाने को लेकर कुछ उपाय करने की प्रक्रिया में हैं। लेकिन हम यह आम सहमति से करने की कोशिश कर रहे हैं न कि नियमन से। हमारे प्रधानमंत्री भी चाहते हैं कि किराए को नियंत्रण में रखा जाए।
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