नई दिल्ली। केंद्र सरकार की राशन की दुकानों ( PDS ) व मध्यान्न भोजन जैसी योजनाओं के जरिए मोटे अनाज का वितरण की योजना है। कृषि सचिव एस के पटनायक ने आज यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मोटे अनाज की ब्रांडिंग ‘पोषक अन्न’ के रूप में करते हुए देश भर में इन्हें प्रोत्साहित किए जाने पर भी विचार किया जा रहा है। मक्का, ज्वार और बाजरा जैसे अनाज मोटे अनाज के दायरे में आते हैं।
पटनायक ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा,‘हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे है। कि मोटे अनाज को सार्वजनिक वितरण प्रणाली पीडीएस तथा मध्यान्न भोजन जैसी योजनाओं के दायरे में लाया जाए। नीति आयोग ने सुझाव दिया है कि यह पीडीएस का हिस्सा होगा।’
उन्होंने कहा कि अन्य अनाज की तुलना में मोटा अनाज अधिक पोषक होता है। उन्होंने कहा कि रागी में कैल्शियम की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसलिए सरकार उसके पोषक अनाज के रूप में बढ़ावा देने की सोच रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि निम्न उत्पादकता व भंडारण जैसे मुद्दों पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में मोटे अनाज की उत्पादकता काफी कम है। उत्पादन बढाने के लिए हमें उच्च उत्पादकता वाली किस्मों की जरूरत है।