नई दिल्ली। सरकार ने रविवार को कहा कि उसकी ईमेल प्रणाली पर कोई साइबर हमला नहीं हुआ है जिसका नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) रखरखाव करता है। इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में इस तरह की एक खबर को खारिज करते हुए कहा गया कि ईमेल प्रणाली "पूरी तरह से सुरक्षित है।" खबर में दावा किया गया था कि एयर इंडिया, बिग बास्केट और डोमिनोज जैसे संगठनों के डेटा में सेंध लगने से एनआईसी के ईमेल खाते और पासवर्ड हैकर के पास चले गए हैं। विज्ञप्ति में कहा गया, "इसे देखते हुए यह साफ करना जरूरी है कि भारत सरकार की उस ईमेल प्रणाली पर कोई साइबर हमला नहीं हुआ जिसका एनआईसी रखरखाव करता है। ईमेल प्रणाली पूरी तरह से सुरक्षित है।" इसमें यह भी कहा गया कि बाहरी पोर्टल पर साइबर हमले से सरकार की ईमेल सेवा के उपयोगकर्ताओं पर शायद कोई असर न पड़े और असर तभी पड़ेगा अगर उपयोगकर्ताओं ने इन पोर्टल पर अपने आधिकारिक ईमेल पते और उसी पासवर्ड का इस्तेमाल किया हो जो सरकारी ईमेल खाते से जुड़ा है।
विज्ञप्ति के अनुसार एनआईसी ईमेल प्रणाली में टू-फैक्टर ऑथेंटिफिकेशन और 90 दिनों के भीतर पासवर्ड बदलने जैसे कई सुरक्षा उपाए किए गए हैं। साथ ही एनआईसी ईमेल का पासवर्ड बदलने के लिए मोबाइल ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) की जरूरत होती है और गलत मोबाइल ओटीपी डालने पर पासवर्ड बदलना संभव नहीं होगा। इसमें कहा गया कि एनआईसी समय-समय पर जागरुकता अभियान चलाता है और उपयोगकर्ताओं को संभावित खतरों एवं सुरक्षा प्रोटोकॉल की जानकारी देता है। बीते काफी समय से सोशल मीडिया प्लेटफार्म और कंपनियों से ग्राहकों और यूजर्स की जानकारियां लीक होने की लगातार खबरे आ रही हैं। हैकर्स लगातार लोगों की निजी जानकारियां चुराने की कोशिश में लगे हूए हैं। इन जानकारियों को चुराने के बाद लोगों के साथ साइबर फ्रॉड की घटनायें भी बढ़ रही हैं, इसे देखते हुए सरकार और अथॉरिटी लगातार सुरक्षा उपाय बढ़ा रहे हैं साथ ही लोगों के बीच ऐसे फ्रॉड को लेकर जागरुकता अभियान भी चला रहे हैं।
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