नई दिल्ली। दिल्ली में किसान क्रांति पदयात्रा की खबरों के बीच किसानों से जुड़ी एक और खबर सामने आई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार 6 रबी फसलों के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी का ऐलान जल्द कर सकती है। जिस तरह से खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य को लागत का डेढ़ गुना घोषित किया गया है, उसी फार्मूले पर रबी फसलों के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की घोषणा हो सकती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस हफ्ते या अगले हफ्ते होने वाली कैबिनेट की बैठक में समर्थन मूल्य बढ़ोतरी पर फैसला हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (CACP) ने गेहूं के समर्थन मूल्य में 105 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है जबकि सरसों के समर्थन मूल्य में 200 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है। इसी तरह चने में 220 रुपए, मसूर में 225 रुपए, जौ में 30 रुपए और सूरजमुखी के समर्थन मूल्य में 845 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है।
अगर CACP के प्रस्ताव के तहत समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी होती है तो गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़कर 1840 रुपए, जौ का 1440 रुपए, चने का 4660 रुपए, मसूर का 4475 रुपए, सरसों का 4200 रुपए और सूरजमुखी का 4945 रुपए प्रति क्विंटल हो जाएगा।
हरिद्वार से पैदल चलकर दिल्ली पहुंचे किसान क्रांति पदयात्रा के किसान भी सरकार से समर्थन मूल्य तय करने की प्रक्रिया को बदलने की मांग कर रहे हैं। सरकार ने पिछले खरीफ सीजन में जिस फार्मूले के तहत समर्थन मूल्य घोषित किया है किसान उसमें बदलाव चाहते हैं और जमीन के किराए को भी कृषि लागत में शामिल करने की मांग कर रहे हैं।