नई दिल्ली। एसबीआई के सहयोगी बैकों से जुड़े द्विपक्षीय समझौते के उल्लंघन के विरोध में बैंकों के कर्मचारी आज हड़ताल पर हैं। इसके कारण बैंकों का परिचालन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ। शाखा स्तर पर नकदी और चेक निपटान जैसी कुछ सेवाएं उन बैंकों में प्रभावित रहीं जहां आल इंडिया बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) की मजबूत मौजूदगी है। निजी क्षेत्र के बैंकों और देश के सबसे बड़े रिणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में परिचालन सामान्य रहा।
यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया समेत ज्यादातर बैंकों ने एहतियातन अपने ग्राहकों को परामर्श जारी किया था कि यदि आठ जनवरी को हड़ताल होती है तो शाखाओं या कार्यालय का कामकाज अबाधित रखने के लिए मौजूदा दिशानिर्देश के मुताबिक वे सभी आवश्यक पहल करेंगे।एआईबीईए के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा था, एसबीआई के पांच सहयोगी बैंकों के द्विपक्षीय समझौते के उल्लंघन और कर्मचारियों पर एकतरफा सेवा शर्तें थोपने की कोशिश के विरोध में हड़ताल का आह्वान 28 दिसंबर को किया गया था। एआईबीईए मानता है कि एसबीआई और इसके पांच सहयोगी बैंकों में समान सेवा शर्त लागू की जाना विलय की दिशा में उठाया गया कदम है। वेंकटाचलम ने कहा कि सभी छह बैंकों की प्रौद्योगिकी, ब्रांडिंग और काम की प्रक्रिया पहले से ही समान कर ली गई है।
एसबीआई के पांच सहयोगी बैंकों में स्टेट बैंक आफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक आफ मैसूर, स्टेट बैंक आफ पटियाला, स्टेट बैंक आफ हैदराबाद और स्टेट बैंक आफ बीकानेर एंड जयपुर शामिल हैं। एआईबीईए मानता है कि एसबीआई और इसके पांच सहयोगी बैंकों में समान सेवा शर्त लागू की जाना विलय की दिशा में उठाया गया कदम है। वेंकटाचलम ने कहा कि सभी छह बैंकों की प्रौद्योगिकी, ब्रांडिंग और काम की प्रक्रिया पहले से ही समान कर ली गई है।