नई दिल्ली। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 250 लाख टन उड़द दाल का अतिरिक्त आयात करने के लिए 1,778 दाल मिलों का कोटा तय कर दिया है। प्रत्येक दाल मिल को 139 टन उड़द आयात करने का कोटा दिया गया है।
ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया कि विदेश व्यापार निदेशालय (डीजीएफटी) ने 31 मार्च 2020 से पहले 2.50 लाख टन उड़द दाल आयात करने के लिए दाल मिलों को कोटा जारी कर दिया है।
इससे पहले पिछले महीने 19 दिसंबर 2019 को सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 2.5 लाख टन उड़द आयात का अतिरिक्त कोटा बढ़ाने का फैसला लिया। इस प्रकार सरकार ने 2019-20 में उड़द का कोटा 1.5 लाख टन से बढ़ाकर चार लाख टन कर दिया है।
अग्रवाल ने बताया कि उड़द आयात के लिए कुल 1,819 मिलों ने डीजीएफटी के पास आवेदन दिया था, जिनमें से 1,778 मिलों को कोटा जारी किया गया है।
देश की दाल मिलों ने इसके लिए दाल मिल एसोसिएशन की ओर से केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का आभार जताया है। अग्रवाल ने कहा कि वह दिन में तोमर से जब मिले तो उन्होंने आयातक दाल मिलों को जल्द लाइसेंस जारी किए जाने का आश्वासन दिया और शाम में डीजीएफटी ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी।
इस साल मानसून के आखिरी दौर में हुई भारी बारिश के कारण मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में उड़द की फसल को काफी नुकसान हुआ है, जिसके कारण बीते महीनों के दौरान देश में उड़द समेत अन्य दालों के दाम में इजाफा हो गया। दाल की कीमतों को काबू में रखने के मद्देनजर, केंद्र सरकार ने पिछले महीने उड़द आयात का कोटा चालू वित्त वर्ष में 1.5 लाख टन से बढ़ाकर 2.50 लाख टन करने का फैसला लिया।