Sunday, December 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला: सातवें वेतन आयोग में बदलाव को मंजूरी, कर्मचारी और पेंशनर्स को मिलेगा फायदा

मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला: सातवें वेतन आयोग में बदलाव को मंजूरी, कर्मचारी और पेंशनर्स को मिलेगा फायदा

प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में सातवें वेतन आयोग की सैलरी और पेंशन बेनिफिट्स से जुड़ी सिफारिशों में सुधारों को मंजूरी मिल गई।

Ankit Tyagi
Updated : May 04, 2017 10:27 IST
मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला: सातवें वेतन आयोग में बदलाव को मंजूरी, कर्मचारी और पेंशनर को मिलेगा फायदा
मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला: सातवें वेतन आयोग में बदलाव को मंजूरी, कर्मचारी और पेंशनर को मिलेगा फायदा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में बुधवार को सातवें वेतन आयोग की सैलरी और पेंशन बेनिफिट्स से जुड़ी सिफारिशों में सुधारों को मंजूरी मिल गई है। सरकार के इस फैसले से सिविल और रक्षा दोनों क्षेत्र के करीब 55 लाख पेंशनरों को फायदा होगा।

क्या हुआ फैसला

मोदी कैबिनेट ने 7th पे-कमीशन की सिफारिशों में सुधार के लिए लाए गए प्रपोजल को मंजूरी दे दी है। इससे गवर्नमेंट इम्प्लॉई और पेंशनर को फायदा होगा। इसमें होने वाले सुधारों का फायदा 1 जनवरी 2016 से दिया जाएगा। 7th पे-कमीशन की सिफारिशें भी तभी से लागू हुई थीं। कैबिनेट की इस मंजूरी से सालाना पेंशन बिल में ही केंद्र पर 1 लाख 76 हजार 71 करोड़ रुपए का बोझ पड़ने का अनुमान है। यह भी पढ़े: 7th Pay Commission: लवासा समिति ने भत्‍तों पर अपनी रिपोर्ट सौंपी जेटली को, 52 अलाउंस खत्‍म करने का सुझाव

सरकार पर पड़ेगा अतिरिक्त भार 

इससे पहले जून, 2016 में मंजूर की गई सिफारिशों से सरकार पर 2016-17 में कुल 84,933 करोड़ रुपए (2015-16 के 2 महीने भी शामिल) का बोझ पड़ना था। हालांकि इस मंजूरी के बाद सरकार पर बोझ बढ़कर 1,76,071 करोड़ रुपए हो जाएगा। यह भी पढ़े: Holiday Sale: छुट्टियों के सीजन में AirAsia दे रही है सिर्फ 1498 रुपए में हवाई सफर का मौका

पीपीओ के आधार पर पेंशन में होगा बदलाव

29 जून 2016 को 7th पे-कमीशन की सिफारिशें लागू की गई थीं। उस वक्त कैबिनेट ने 2016 से पहले के पेंशनर्स की पेंशन में रिवीजन के मेथड में बदलाव को मंजूरी दी थी। यह रिवीजन दो अल्टरनेटिव फॉर्म्यूलेशंस को मिलाकर किया जाना था। कैबिनेट ने पेंशनर्स को ज्यादा फायदे वाला ऑप्शन देते हुए कमेटी की सिफारिशों को मंजूर कर लिया। इन सिफारशाें में हर पेंशनर्स को जारी किए गए पेंशन पेमेंट ऑर्डर (पीपीओ) के आधार पर पेंशन में रिवीजन का सुझाव शामिल है।

डिफेंस पेंशनर्स को डिसएबिलिटी पेंशन

कैबिनेट ने 6th पे-कमीशन के आधार पर डिसएबिलिटी पेंशन के लिए परसेंटेज बेस्ड सिस्टम को जारी रखने की मंजूरी दे दी, जिसे 7th पे-कमीशन ने स्लैब बेस्ड सिस्टम से रिप्लेस करने की सिफारिश दी थी। डिसएबिलिटी पेंशन का मुद्दा डिफेंस मिनिस्‍ट्री ने नेशनल एनॉमाली कमेटी के पास भेजा दिया था। मिनिस्‍ट्री के पास डिफेंस फोर्स से जुड़े लोगों के ढेरों रिप्रजेंटेशन आए थे, जिन्‍हें उसने इस कमेटी के पास भेजा था। इसमें मांग थी कि उन्‍हें स्‍लेब बेस्‍ड सिस्‍टम से पेंशन मिले। इन लोगों की मांग को कैबिनेट ने मंजूर कर लिया है। इससे उस पर सालाना करीब 130 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा। यह भी पढ़े: अमेरिका में नहीं बढ़ी ब्याज दरें, फेडरल रिजर्व अब जून में दरें बढ़ाने पर ले सकता है फैसला

अशोक लवासा समिति ने दिए थे बदलाव के सुझाव

वित्त सचिव अशोक लवासा की अगुवाई वाली एक उच्चस्तरीय समिति ने 47 लाख सरकारी कर्मचारियों के भत्तों पर अपनी रिपोर्ट पिछले हफ्ते वित्त मंत्री अरुण जेटली को सौंपी। अशोक लवासा समिति का गठन पिछले साल जून में सरकार द्वारा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू किए जाने के बाद किया गया था। समिति ने 196 भत्तों में से 52 को पूरी तरह समाप्त करने और 36 अन्य को अन्य बड़े भत्तों में समाहित करने का सुझाव दिया है। समिति ने आवास किराया भत्ते (एचआरए) में 8 से 24 प्रतिशत की वृद्धि का सुझाव दिया है। यदि वेतन आयोग की भत्तों पर सिफारिशों को पूरी तरह लागू किया जाता है तो एक अनुमान के अनुसार इससे सरकार पर 29,300 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा। लवासा ने कहा था कि सरकार सरकारी कर्मचारियों को संशोधित भत्तों के भुगतान की तारीख पर भी अंतिम फैसला करेगी।

RBI को इस फैसले से महंगाई बढ़ने की आशंका

केन्द्रीय रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2017-18 की पहली मौद्रिक समीक्षा नीति पेश करते हुए कहा कि सातवें वेतन आयोग द्वारा प्रस्तावित 8-24 फीसदी हाउस रेंट अलाउंस का असर कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (महंगाई) पर पड़ेगा। आरबीआई का आंकलन है कि वेतन आयोग द्वारा प्रस्तावित दरों पर भत्ते को चालू वित्त वर्ष की शुरुआत से मान्य करने के बाद ज्यादातर राज्य भी अपने कर्मचारियों को इसी दर पर भत्ता देना शुरू कर देंगे। इसके चलते वित्त वर्ष के दौरान महंगाई दर उम्मीद से 1 से 1.5 फीसदी अधिक रह सकती है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement