नई दिल्ली। अगर आपको भी पहली तारीख को सैलरी का इंतजार है या फिर अगले दो दिनों में बैंक में काम है, तो समझ लीजिए आप मुश्किल में हैं। क्योंकि 30 और 31 मई को देश के सभी सरकारी और निजी बैंकों में हड़ताल रहेगी। वेतन बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन द्वारा बुलाई गई इस देश व्यापी हड़ताल में करीब 10 लाख बैंक कर्मचारी शामिल होंगे। बता दें कि बैंक कर्मचारियों की यह हड़ताल बुधवार सुबह 6 बजे से शुरू हो गई है। बैंकों की इस हड़ताल से बैंक का सामान्य कामकाज प्रभावित हो सकता है। साथ ही कुछ स्थानों पर एटीएम सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं।
बैंक यूनियन द्वारा आयोजित इस हड़ताल में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी), बैंक ऑफ बड़ौदा, इलाहाबाद बैंक, यूनियन बैंक, यूको बैंक सहित पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के सभी बैंकों के अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। आपको बता दें कि इंडियन बैंक असोसिएशन ने कर्मचारी यूनियनों की वेतन बढ़ोतरी की मांग को ठुकरा दिया था। बैंक इसके पीछे खराब आर्थिक हालत को कारण बता रहे हैं। बैंकों के मुताबिक वित्त वर्ष सरकारी बैंकों को बैड लोन के चलते भारी नुकसान हुआ है।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक्स यूनियन के संयोजक, देवीदास तुलजापुरकर ने कहा कि एनपीए की वजह से ही बैंकों को जो घाटा हुआ है। इसके लिए बैंक कर्मचारी जिम्मेदार नहीं हैं। पिछले तीन सालों में बैंक कर्मचारियों ने मुद्रा, जन-धन, नोटबंदी, अटल पेंशन योजना के दौरान काफी काम किया है। इससे वर्कलोड काफी बढ़ा है। लेकिन जब वेतन की बात आती है तो बैंक घाटा दिखाकर पल्ला झाड़ लेते हैं।
चूंकि बैंकों की ये हड़ताल महीने के अंत में आयोजित की जा रही है, ऐसे में इसके चलते 31 या 1 तारीख को वेतन का इंतजार कर रहे लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। संभव है कि सैलरी 1 या 2 तारीख को खातों में क्रेडिट हो। हालांकि नेटबैंकिंग, आरटीजीएस, एनईएफटी जैसी सेवाएं जारी रह सकती है।