नई दिल्ली। सरकार का जुलाई से शुरू होने वाले 2017-18 के सत्र में कुल 19.44 करोड़ हेक्टेयर बुआई क्षेत्र में से 40 प्रतिशत को बीमा योजनाओं के तहत लाने का लक्ष्य है। वर्ष 2016-17 के फसल वर्ष में 5.11 करोड़ हेक्टेयर या 26.28 प्रतिशत क्षेत्र फसल बीमा के दायरे में था। फिलहाल फसल बीमा दो योजनाओं के तहत किया जा रहा है। ये हैं पुनगर्ठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना (आरडब्ल्यूबीसीआईसी) और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई)।
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, पीएमएफबीवाई के पहले साल के क्रियान्वयन के दौरान उल्लेखनीय प्रगति हासिल हुई है। 2017-18 में कुल फसली क्षेत्र में से 40 प्रतिशत यानी 7.76 करोड़ हेक्टेयर को बीमा के दायरे में लाने का है। अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकारों, बैंकों और बीमा कंपनियों को उचित रणनीतियां अपनाने को कहा जाएगा जिससे वे इस लक्ष्य को हासिल कर सकें। इसमें अधिक फसलों को अधिसूचित करने और रिण नहीं लेने वालों पर अधिक ध्यान देना शामिल है।
मांग घटने से दलहन कीमतों में 500 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट
उत्पादक क्षेत्रों से आपूर्ति बढ़ने के कारण पर्याप्त स्टॉक होने के मुकाबले फुटकर विक्रेताओं की मांग में गिरावट के कारण बीते सप्ताह भी दिल्ली के थोक दाल दलहन बाजार में कारोबार का रूख अपरिवर्तित रहा और अधिकांश दलहनों की कीमतों में 500 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट आई। बाजार सूत्रों ने कहा कि फुटकर विक्रेताओं की घटती मांग के मुकाबले उत्पादक क्षेत्रों से आपूर्ति बढ़ने के बाद बाजार में पर्याप्त स्टॉक होने के कारण मुख्यत: दलहन कीमतों पर दबाव रहा।