नई दिल्ली। व्हाट्सएप, स्काइप और वाइबर जैसे इंस्टेंट मैसेजिंग और वीडियो चैटिंग एप से मुकाबले के लिए Google ने दो नए एप Allo और Duo लॉन्च कर दिए हैं। अलो गूगल का इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप है। वहीं, डुओ एक वीडियो कॉलिंग ऐप है जो कमज़ोर डेटा नेटवर्क में भी अच्छे से काम करेगा। कंपनी ने ये एप आज अपने आई/ओ डेवलपर कॉन्फ्रेंस 2016 में इंस्टेंट मैसेजिंग एप अलो और वीडियो चैटिंग एप डुओ का पेश किया। ये ऐप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर काम करेंगे। खासबात है कि Google ने अपने मौजूदा हैंगआउट को आगे बढ़ाने की बजाए नए एप का सहारा लिया है। अलो और डुओ ऐप की भिड़ंत फेसबुक मैसेंजर, व्हाट्सऐप, फेसबुक, स्काइप, वाइबर और आईएमओ जैसे कई ऐप से होगी।
क्या है एलो की खासियतें
Google अलो वैसे तो दूसरी भी किसी अन्य मैसेजिंग ऐप की तरह है। लेकिन इस एप में कंपनी ने स्मार्ट रिप्लाई और गूगल असिस्टेंट जैसे फीचर्स दिए हैं। ये फ़ीचर इस ऐप को अलग पहचान देने का काम करेंगे। स्मार्ट रिप्लाई यूज़र को टेक्स्ट मैसेज लिखते वक्त सुझाव देता रहेगा। यह फ़ीचर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके यूज़र के टैक्सटिंग के तरीके को पढ़ता है और इसके बाद अपनी समझ से यूज़र को मैसेज का सुझाव देता है। यह ऐप पर भेजे गए तस्वीरों को भी पढ़ता है और उसका जवाब भी सुझाता है। इसके अलावा यूज़र इसी ऐप में रहकर होटल, फ्लाइट, थिएटर और इवेंट के बारे में सर्च कर पाएंगे। इसमें आपको मैप्स, यूट्यूब, और ट्रांसलेट जैसे टूल भी मिलेंगे। इस चैट ऐप में कुछ अनोखे फ़ीचर हैं।
तस्वीरों में देखिए एक्टिव यूजर्स के आधार पर दुनिया के टॉप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म
messaging
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
खराब नेटवर्क पर भी वीडियो मैसेजिंग करेगा डुओ
अब बात डुओ वीडियो मैसेजिंग ऐप की। Google के इस ऐप की भिड़ंत फेसटाइम, स्काइप, वाइबर और अन्य वीडियो मैसेजिंग ऐप से होगी। यह एक बेहद ही साधारण ऐप है। इसकी मदद से आप अपने फोन से अपने कॉन्टेक्ट को वीडियो कॉल कर पाएंगे। डुओ से वीडियो कॉल एचडी फॉर्मेट में होंगे। लेकिन कमज़ोर नेटवर्क वाले इलाके में ऐप वीडियो कॉल की क्वालिटी को एडजस्ट कर लेता है ताकि कॉल निरंतरता से बरकरार रहे। इस ऐप में नॉक नॉक नाम का एक फ़ीचर है जो कॉल उठाने से पहले वीडियो कॉलर का प्रिव्यू दिखाता है, यानी नाम के लिए वीडियो कॉलर का चेहरा भी बैकग्राउंड में नज़र आएगा।
लॉन्च हुआ गूगल असिस्टेंट
आई/ओ डेवलपर कॉन्फ्रेंस 2016 में Google ने अपने असिस्टेंट टूल को भी पेश किया। गूगल असिस्टेंट वो सब कुछ कर सकता है जो ‘ओके गूगल’ कर सकता है। इसके अलावा यह आपकी सहूलियत और प्राथमिकता के आधार पर काम को बांट सकता है।