शेनझेन। विद्युत बसें बनाने वाली कंपनी गोल्डस्टोन इन्फ्राटेक ने कहा है कि उसकी अगले पांच साल में भारत में 10,000 नौकरियां देने की योजना है। कंपनी ने कहा कि वह भारत में जल्द ही एक साझा कंपनी बनाएगी जो शोध एवं विकास के काम तथा मरम्मत सेवाओं के लिए होगी। यह कंपनी चीन की बीवाईडी के तकनीकी सहयोग से इलेक्ट्रिक बसों का विनिर्माण करती है। बीवाईडी के वैश्विक मुख्यालय में गोल्डस्टोन इन्फ्राटेक के अध्यक्ष रणनीति नागा सत्यम ने कहा कि हमारा इरादा भारत को निर्यात का प्रमुख हब बनाने का है। निकट भविष्य में हम भारत से पड़ोसी देशों - श्रीलंका, नेपाल, भूटान, म्यांमार और बांग्लादेश को निर्यात करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि गोल्डस्टोन इन्फ्राटेक की भारत में ग्रीन फाइनेंसिंग पर भी निगाह है। भारत में काफी संभावनाएं हैं और वहां हम अपने परिचालन का विस्तार करना चाहते हैं। हैदराबाद की गोल्डस्टोन इन्फ्राटेक ने हाल में तेलंगाना को 100, बेंगलुरु को 150 और मुंबई को 40 इलेक्ट्रिक बसों की आपूर्ति का ऑर्डर हासिल किया है।
सत्यम ने कहा कि गोल्डस्टोन का हैदराबाद के पास असेंबली संयंत्र है जिसकी सालाना क्षमता 600 इकाई की है। इसके अलावा कर्नाटक के बिदूर में संयंत्र बन रहा है जिसकी शुरुआती क्षमता 1,500 इकाई सालाना की होगी। इस तरह कंपनी की कुल क्षमता 2,100 इकाई सालाना की होगी। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में हम अपने परिचालन के जरिए भारत में निश्चित रूप से 8,000 से 10,000 नए रोजगार अवसरों का सृजन करेंगे।