नई दिल्ली। सरकारी स्वर्ण बांड योजना के चौथे चरण के लिए बोली लगाने वाले निवेशकों को क्लियरिंग कॉरपोरेशन से रिजर्व बैंक को कोष स्थानांतरित होने तक 4 फीसदी सालाना दर से ब्याज दिया जाएगा। चौथे चरण के स्वर्ण बांड की खरीद कल से शुरू हुई है। यह 22 जुलाई तक खुली रहेगी। इसका मकसद बड़ी संख्या में निवेशकों को आकर्षित करना है, जिससे सोने की हाजिर मांग को कम किया जा सके। बड़ी मात्रा में सोने के आयात से देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर असर पड़ता है।
सरकार ने इस योजना की घोषणा 30 अक्टूबर, 2015 को की थी।बंबई शेयर बाजार ने एक सर्कुलर में कहा कि स्वर्ण बांड के लिए बोली लगाने वाले निवेशकों को ब्याज मौजूदा बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज के अनुरूप दिया जाएगा। यह फिलहाल 4 फीसदी है।
सरकारी स्वर्ण बांड के ताजा निर्गम के लिए 3,119 रुपए प्रति ग्राम रखा गया है। कोई भी निवेशक न्यूनतम एक ग्राम के लिए बोली लगा सकता है। वह अधिकतम 500 ग्राम तक निवेश कर सकता है इस योजना के पहले तीन चरणों में 1,318 करोड़ रुपए का निवेश आया है, जो उस समय के भाव के हिसाब से 4.9 टन सोने के बराबर बैठता है। योजना में कुछ नए प्रोत्साहन उपाय जोड़े जाने के बाद चौथी किस्त में अधिक निवेश आकर्षित होने की उम्मीद है।
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