नई दिल्ली। ग्लोबल मार्केट में GOLD की कीमतें साढ़े तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। कॉमैक्स पर सोना 1185 डॉलर प्रति औंस के पार निकल गया है। अमेरिका में इस साल ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी टलने की संभावना के कारण सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। वहीं चीन के कमजोर आर्थिक आंकड़ों और देश में त्योहारी सीजन से बढ़ी मांग सोने की कीमतों को सहारा दे रहे हैं। अक्टूबर में अब तक सोने की कीमतें 6 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुकी हैं। बुधवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 385 रुपए की जोरदार तेजी के साथ 27,185 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ।
साढ़े तीन महीने के ऊंचाई पर सोना
कॉमैक्स पर फिलहाल सोना 0.40 फीसदी की तेजी के साथ 1184 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है। आज लगातार पांचवां दिन है जब सोने में तेजी देखने को मिल रही है। मंगलवार को सोना 1190 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गया, जो कि 22 जून का उच्चतम स्तर था।
अमेरिका और चीन के कमजोर आंकड़ों से तेजी
बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में सितंबर के दौरान खुदरा बिक्री मुश्किल से बढ़ी है। वहीं, प्रोडयूसर प्राइस में आठ महीनों की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर चीन में डिफ्लेशन का खतरा बढ़ता जा रहा है। सितंबर में चीन की महंगाई दर उम्मीद से ज्यादा घटी है। जबकि, प्रोडयूसर प्राइस में लगातार 43वें महीने भी गिरावट जारी है।
अमेरिका में टल सकती है ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी
निवेशकों का मानना है कि ग्लोबल इकोनॉमी में सुस्ती और अमेरिका के कमजोर आर्थिक आंकड़ों को देखते हुए फेड ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी अगले साल के लिए टाल सकता है। एचएसबीसी के मुताबिक अमेरिका में कमजोर रिटेल और चीन में घटती महंगाई को देखकर लगता है कि इस साल ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी मुश्किल है। इसको देखते हुए फंड मैनेजर्स पोर्टफोलियो में 5 से 10 फीसदी सोना शामिल करने की सलाह दे रहे हैं।
7 हफ्ते के निचले स्तर पर डॉलर इंडेक्स
प्रमुख करंसी के मुकाबले डॉलर इंडेक्स 7 हफ्तों के निचले स्तर पर आ गया है। पिछले 7 महीने के दौरान डॉलर इंडेक्स में 6.46 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। फिलहाल डॉलर इंडेक्स 94 के नीचे कारोबार कर रहा है। दरअसल अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी में देरी से डॉलर इंडेक्स पर दबाव बन रहा है।