नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच सोने की कीमतों ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। वैश्विक बाजार में सोने का भाव सोमवार को नई ऊंचाई पर पहुंच गया। डॉलर में आई गिरावट से सोने का सपोर्ट मिल रहा है। विदेशी बाजार में सोने के भाव ने सोमवार को 1938 डॉलर प्रति औंस की सर्वकालिक ऊंचाई को छुआ। सोने के इतिहास में कभी भी विदेशी बाजार में इसका भाव इतने ऊपर नहीं गया था। करीब 9 साल पहले सितंबर 2011 में विदशी बाजार में भाव ने 1920 डॉलर प्रति औंस का रिकॉर्ड बनाया था, जो आज टूट गया।
घरेलू बाजार में भी सोना नए रिकॉर्ड ऊंचाई पर है। एमसीएक्स पर सोने की कीमतों ने 52,127 रुपए प्रति 10 ग्राम का ऊपरी स्तर छुआ है, जो घरेलू बाजार में एक नया रिकॉर्ड है। कमोडिटी बाजार विश्लेषक बताते हैं कि कोरोना के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर को लेकर बनी चिंता से निवेशकों का रुझान निवेश के सुरक्षित साधन की तरफ है, इसलिए महंगी धातु के दाम में उछाल आया है।
अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में सोमवार को पिछले सत्र से 32.85 डॉलर यानी 1.73 प्रतिशत की तेजी के साथ 1930.35 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले सोने का भाव 1937.60 डॉलर प्रति औंस तक उछला जोकि कॉमेक्स पर सोने का एक नया रिकॉर्ड है। इससे पहले कॉमेक्स पर सोने का भाव छह सितंबर 2011 में 1911.60 डॉलर प्रति औंस तक उछला था।
अमेरिकी करेंसी डॉलर में लगातार गिरावट आ रही है और इस वजह से सोने की कीमतों में तेजी है। डॉलर इंडेक्स घटकर 93.85 पर आ गया है, जो लगभग 2 साल का निचला स्तर है। दुनिया भर में कोरोना की वजह से खराब हुए आर्थिक हालात ने भी सोने की निवेश मांग को बढ़ाया है जो इसके भाव को सहारा दे रहा है।
वहीं, सोने का हाजिर भाव वैश्विक बाजार में 1944.57 डॉलर प्रति औंस तक उछला, जोकि एक नया रिकॉर्ड है क्योंकि इससे पहले अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के हाजिर भाव का रिकॉर्ड स्तर 1,921.17 डॉलर प्रति औंस था। इस प्रकार, कोरोना काल में सोने ने अब तक सारा रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
कॉमेक्स पर चांदी के सितंबर अनुबंध में पिछले सत्र से मुकाबले 1.417 डॉलर यानी 6.20 प्रतिशत की तेजी के साथ 24.267 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले सोने का भाव कॉमेक्स पर कारोबार के दौरान 24.510 डॉलर प्रति औंस तक उछला। एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता ने बताया कि डॉलर में आई कमजोरी से सोने को सपोर्ट मिला है। दुनिया की छह प्रमुख मुद्रा के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स 18 मई को 100.43 पर था जोकि फिसलकर 93.85 पर आ गया है। बीते सात सत्रों से डॉलर इंडेक्स में कमजोरी बनी हुई है।
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि कोरोना के गहराते प्रकोप के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर को लेकर चिंता बनी हुई है और शेयर बाजार में भी अस्थिरता का माहौल है जिससे निवेशकों का रुझान बहरहाल निवेश के सुरक्षित साधन की तरफ है यही कारण है कि महंगी धातुओं के दाम में लगातार तेजी का रुख बना हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में भारी इजाफा होना होने से बाजार में चिंता का माहौल है।