नई दिल्ली। देश का सोना आयात मार्च महीने में 40.31 प्रतिशत गिरकर 2.49 अरब डॉलर रहा, जिससे चालू खाते के घाटे (कैड) में कमी आने की उम्मीद की जा रही है। वाणिज्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों में यह बात सामने आई है। वित्त वर्ष 2016-17 की इसी अवधि में सोने का आयात 4.17 अरब डॉलर था।
उद्योग जगत के विशेषज्ञों के अनुसार, विदेशी बाजारों में सोने के भाव में नरमी आयात में गिरावट का कारण हो सकती है। जनवरी और फरवरी में भी आयात घटा था। भारत दुनिया के सबसे बड़े स्वर्ण आयातकों में से एक है और आयात आभूषण उद्योग की मांग को ध्यान में रखते हुए किया जाता है।
हालांकि, मार्च में चांदी आयात 31 प्रतिशत बढ़कर 26.73 करोड़ डॉलर रहा। वर्तमान में सोने के आयात पर 10 प्रतिशत का शुल्क लगता है। वाणिज्य मंत्रालय के साथ रत्न एवं आभूषण उद्योग ने वित्त मंत्रालय से शुल्क घटाने पर विचार करने का आग्रह किया है। भारत में 2016-17 में 500 टन सोने का आयात किया था।
बढ़ते व्यापार घाटे के कारण अप्रैल-दिसंबर 2017 अवधि में चालू खाते का घाटा (कैड) दो गुने से ज्यादा बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 1.9 प्रतिशत हो गया, जो कि 2016-17 की इसी अवधि में 0.7 प्रतिशत था। दिसंबर तिमाही में चालू खाते का घाटा 13.5 अरब डॉलर था। चालू खाता घाटा एक अवधि में विदेशी मुद्रा की प्राप्ति और खर्च के अंतर को दर्शाता है।