नई दिल्ली। निर्यात के मोर्चे पर भले ही सरकार को नाकामी हाथ लगी हो, लेकिन आयात के आंकड़े राहत देने वाले हैं। फरवरी में सोने का आयात 29.49 फीसदी घटकर 1.39 अरब डॉलर रह गया। इससे पहले जनवरी में इसमें तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। सोने का आयात कम होने से देश के चालू खाते के घाटे (कैड) पर अंकुश रहने की उम्मीद है। ग्लोबल और घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में आई गिरावट की वजह आयात घटा है।
पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी घटा आयात
सरकार की कोशिश का असर सोने के आयात पर पड़ता दिखाई दे रहा है। पिछले साल फरवरी में सोने का आयात 1.98 अरब डॉलर का हुआ था, इस साल घटकर 1.39 अरब डॉलर रह गया है। इससे सरकार को बड़ी राहत मिली है। देश में सोने के आयात को कम करने के लिए सरकार ने गोल्ड मोनेटाइजेशन से लेकर गोल्ड बॉन्ड स्कीम तक चला रही है।
फरवरी में व्यापार घाटा कम हुआ
सोने का आयात घटने से फरवरी में व्यापार घाटा कम होकर 6.54 अरब डॉलर रहा जो कि एक साल पहले इसी माह में 6.74 अरब डॉलर रहा था। भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक देश है और इस आयात से मुख्य तौर पर ज्वैलरी इंडस्ट्री की मांग पूरी होती है। चालू वित्त वर्ष में जुलाई-सितंबर तिमाही में कैड सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के समक्ष 1.6 फीसदी यानी 8.2 अरब डॉलर रहा जबकि इससे पिछली तिमाही अप्रैल-जून में यह 1.2 फीसदी यानी 6.1 अरब डॉलर रहा था।