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Godrej family may rework pacts after rift over land
नई दिल्ली। गोदरेज समूह के प्रवर्तकों ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने भविष्य की रणनीति की योजना के लिए बाहरी भागीदारों से सलाह मांगी है। परिवार के बड़े लोगों मे दीर्घावधि की योजना और मुंबई में एक प्रमुख स्थान पर जमीन के टुकड़े के इस्तेमाल को लेकर विवाद की खबरें मीडिया में आई हैं।
मीडिया की खबरों में कहा गया है कि गोदरेज समूह के चेयरमैन आदि गोदरेज और उनके भाई नादिर गोदरेज तथा दूसरी ओर उनके रिश्ते के भाई-बहन जमशेद गोदरेज और स्मिता गोदरेज कृष्णा के बीच गंभीर मतभेद उभरकर सामने आए हैं।
आदि गोदरेज और जमशेद गोदरेज ने संक्षिप्त बयान में कहा कि हम लंबे समय से समूह के लिए दीर्घावधि की रणनीति योजना पर काम कर रहे थे। इसी प्रक्रिया के तहत हमने बाहरी भागीदारों से सलाह मांगी है, जिससे हम एक खुले विकल्प पर विचार कर सकें।
उन्होंने बयान में कहा कि परिवार इस तरह के सामान्य और निजी पारिवारिक मसले पर मीडिया द्वारा सनसनी फैलाए जाने से दुखी है। मीडिया की खबरों में कहा गया है कि दोनों पक्षों के बीच विवाद का विषय इस सौ साल पुराने 4.1 अरब डॉलर के समूह की भविष्य की रूपरेखा को लेकर ही नहीं है बल्कि मुंबई के विखरोली उपनगर में एक हजार एकड़ के प्लॉट को लेकर भी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि गोदरेज समूह के चेयरमैन आदि गोदरेज और नादिर गोदरेज ने इस विवाद में मदद के लिए प्रमुख बैंकर उदय कोटक और कानून क्षेत्र के दिग्गज सिरिल श्रॉफ तथा जमशेद गोदरेज ने उद्योग के वरिष्ठ निमेश कंपानी और वकील जिया मोदी की सेवाएं ली हैं।