नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत की तेज गति से आगे बढ़ती एयरलाइन गोएयर ने अगस्त 2019 में समय की सबसे ज्यादा पाबंद एयरलाइन का खिताब हासिल किया है। इस खिताब के साथ गोएयर ने भारतीय विमानन क्षेत्र में इतिहास रच दिया है। गोएयर ने लगातार 12 महीनों तक ऑन-टाइम-परफॉर्मेंस (OTP) की तालिका में शीर्ष स्थान हासिल करने का गौरव प्राप्त किया है।
हाल में जारी आंकड़ों के अनुसार गोएयर ने 85.1 प्रतिशत ओटीपी दर्ज किया है, जो अगस्त-2019 में समयबद्ध तरीके से संचालित घरेलू एयरलाइन्स में सबसे अधिक है। अगस्त 2019 के दौरान, गोएयर ने इस उद्योग जगत में समयबद्ध तरीके से संचालित घरेलू एयरलाइन्स के संदर्भ में औसतन 1.61 प्रतिशत कैंसिलेशन की तुलना में, महज 0.85 प्रतिशत कैंसिलेशन के साथ 13.91 लाख से अधिक यात्रियों को उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाया है। अगस्त 2019 में एयरलाइन में यात्रियों द्वारा की जाने वाली शिकायतों की दर, प्रति 10,000 यात्रियों पर 0.4 थी।
इस अवसर पर गोएयर के मैनेजिंग डायरेक्टर जेह वाडिया ने कहा कि आज गोएयर ने पूरे भारतीय विमानन क्षेत्र, डीजीसीए और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को गौरवान्वित किया है। आज गोएयर ने दुनिया के सामने यह बात साबित कर दी कि जहां चाह वहीं राह वाली बात एयरलाइन्स क्षेत्र के लिए भी सही है। यह भारतीय विमानन की परिपक्वता तथा ओटीपी के संदर्भ में 12 महीनों तक शीर्ष क्रम पर रहने की उपलब्धियों के जश्न मनाने का समय है। यह अच्छी ख़बर वास्तव में आशा की एक नई लहर का शुभारंभ है, और इसने भारतीय एयरलाइन्स के लिए एक नया बेंचमार्क स्थापित किया है।
कई सर्वेक्षणों के नतीजों से यह पाया गया है कि किराया, नेटवर्क कनेक्टिविटी, ग्राहक सेवा और मेज पर उपलब्ध भोजन की तुलना में समय की पाबंदी की अहमियत कहीं ज़्यादा है। हर यात्री चाहे वह किसी भी लिंग एवं आयु का हो, और चाहे वह व्यवसायी हो या फिर छुट्टियां बिताने के लिए जाने वाला यात्री हो बिल्कुल सही समय पर अपने गंतव्य तक पहुंचना चाहता है। इसके अलावा कनेक्टिंग फ्लाइट्स के लिए तो समय की पाबंदी बेहद महत्त्वपूर्ण है। दरअसल ग्राहकों की ख़ुशी और समय की पाबंदी एक-दूसरे से सीधे तौर पर जुड़ी हुई है। वर्तमान में गोएयर द्वारा 320 से अधिक दैनिक उड़ान सेवाओं का संचालन किया जा रहा है।