मुंबई। कर्ज के बोझ से दबी इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएलएंडएफएस) के निदेशक मंडल के नवनियुक्त सदस्य जी एन वाजपेयी ने निजी कारणों से इस्तीफा दे दिया है। उनका इस्तीफा 30 अक्टूबर से प्रभावी होगा। वाजपेयी भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्व चेयरमैन हैं।
सरकार ने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के पिछले निदेशक मंडल को हटाने के आदेश के बाद कंपनी के नए निदेशक मंडल में वाजपेयी सहित सात निदेशकों की नियुक्ति की थी।
कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि कॉरपोरेट कार्य मामलों के मंत्रालय ने 30 अक्टूबर, 2018 के पत्र के जरिये सूचित किया है कि निजी कारणों के चलते जी एन वाजपेयी ने आईएलएंडएफएस के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया है।
वाजपेयी के इस्तीफे के बाद कंपनी के निदेशक मंडल में अब छह सदस्य बैंकर उदय कोटक (चेयरमैन), आईसीआईसीआई बैक के कार्यकारी चेयरमैन जी सी चतुर्वेदी, जहाजरानी महानिदेशक मालिनी शंकर, महिंद्रा समूह के विनीत नैयर, वरिष्ठ ऑडिटर नंदकिशोर और राजस्थान के पूर्व मुख्य सचिव सी एस राजन रह गए हैं।