नई दिल्ली। जनरल मोटर्स इंडिया अपने बीट डीजल मॉडल की एक लाख से अधिक कारों को बाजार से रिकॉल करेगी। इन कारों की मैन्युफैक्चरिंग दिसंबर, 2010 से जुलाई, 2014 के दौरान हुई है। कंपनी इन कारों के खराब क्लच पेडल लीवर को बदलने के लिए इन्हें रिकॉल कर रही है। कंपनी ने कहा है कि वह इंस्पेक्शन करेगी और जरूरी होने पर शेवरले बीट डीजल की 1,01,597 कारों में क्लच पेडल लीवर को बदलेगी।
क्लच पेडल लीवर के टूटने का डर
जनरल मोटर्स ने बयान में कहा, कंपनी ने बीट डीजल कार मालिकों को स्वैच्छिक रूप से अपने वाहनों को शेवरले के देशभर में फैले 248 अधिकृत सर्विस सेंटरों पर लाने को कहा है। इन कारों में लगातार इस्तेमाल से क्लच पेडल लीवर के टूटने का अंदेशा है। कंपनी ने कहा कि गुणवत्ता व सावधानी हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। यदि हमें कोई मुद्दा दिखता है तो हम उसमें जल्द से जल्द सुधार करना चाहेंगे। बयान में कहा गया है कि बीट डीजल के ग्राहक नजदीकी शेवरले डीलरशिप पर अपने वाहनों की जांच और उसमें सुधार के लिए समय भी ले सकते है।
मुफ्त में ठीक ठीक की जाएंगी गाड़ियां
शेवरले के अधिकृत सर्विस सेंटरों पर इस गड़बड़ी को मुफ्त में ठीक किया जाएगा। इससे पहले 2013 में कंपनी के बहुउद्देश्यीय वाहन शेवरले टावेरा की 1.14 लाख इकाइयों को बाजार से रिकॉल किया था। उस समय इन वाहनों में उत्सर्जन और स्पेसिफिकेशन समस्या को हल करने के लिए वापस लिया गया था।
होंडा और फॉक्सवैगन भी करेगी रिकॉल
पिछले हफ्ते जापान की कंपनी होंडा माटर्स ने 90,210 गाड़ियों को रिकॉल करने का फैसला किया था। कंपनी ने दिसंबर 2013 से जुलाई 2015 के दौरान उत्पादन की गई सेडान और एमयूवी को रिकॉल करेगी। इसस पहले फॉक्सवैगन ग्रुप ने एमिशन स्कैंडल की वजह से 3,23,700 कारें रिकॉल करने की घोषणा की थी। इसमें ऑडी, स्कोडा और फॉक्सवैगन की गाड़ियां शामिल है। यह भारत में वाहनों का सबसे बड़ा रिकॉल था।