नई दिल्ली। दुनिया की दिग्गज रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने कहा कि कच्चे तेल में लंबे समय से बरकरार नरमी और चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती से कई अर्थव्यवस्थाओं की ग्रोथ की संभावना प्रभावित हुई है। लेकिन यह ग्लोबल मंदी का संकेत नहीं है। एजेंसी का कहना है कि चीन सुस्ती से ग्लोबल अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती जरूर बढ़ी है लेकिन इसे मंदी नहीं माना जा सकता।
ग्लोबल मंदी का संकेत नहीं
मूडीज की वरिष्ठ उपाध्यक्ष एलीना डुग्गर ने कहा, ग्लोबल ग्रोथ के लिए जोखिम बढ़ा है लेकिन हाल में बाजार में आए उतार-चढ़ाव के बावजूद हम नहीं मानते कि विश्व की विकसित अर्थव्यवस्थाएं मंदी के दौर में प्रवेश कर रही हैं। रेटिंग एजेंसी के मुताबिक कच्चे तेल की कीमत में लगातार गिरावट और चीन की आर्थिक वृद्धि में नरमी से वैश्विक आर्थिक वृद्धि का पूर्वाकलन हो रहा है। मूडीज ने एक बयान में कहा, मौजूदा माहौल से विशिष्ट क्षेत्रों की ग्रोथ प्रभावित हो रही है लेकिन यह ग्लोबल मंदी का संकेत नहीं है।
कमोडिटी में गिरावट का मिलेगा फायदा
फरवरी में मूडीज ने तेल और कमोडिटी के उत्पादन पर निर्भर कंपनियों और बैंकों की रेटिंग को निगेटिव किया था। मूडीज ने कहा कि हमें भरोसा है कि कमोडिटी की गिरती कीमतों का फायदा ग्लोबल ग्रोथ को मिलेगा। मूडीज के अनुमान के मुताबिक जी-20 विकसित देशों की ग्रोथ 2016 में 1.8 फीसदी पर स्थिर रहेगी वहीं 2017 में 2 फीसदी पहुंच सकती है।