मुंबई। व्यापार एवं शुल्क के सामान्य समझौते (गैट) के अस्तित्व में आने के बाद से वैश्विक निर्यात में चीन का हिस्सा 2015 तक बढ़कर 14.2 फीसदी हो गया है। वहीं अमेरिका की भागीदारी घटकर 9.2 फीसदी रह गई। गौरतलब है कि गैट 1948 में अस्तित्व में आया और इससे ही जनवरी 1995 में विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की नींव पड़ी।
अमेरिका से आगे निकला चीन
- रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स ने विश्व व्यापार संगठन के आंकड़ों के हवाले से इस बारे में एक रिपोर्ट प्रकाशित की है।
- इसके अनुसार वैश्विक निर्यात में चीन के निर्यात का हिस्सा 2015 में बढ़कर 14.2 फीसदी हो गया जो कि 67 साल पहले सिर्फ 0.9 फीसदी था।
- इसी दौरान अमेरिका का निर्यात हिस्सा 21.6 फीसदी से घटकर 9.2 फीसदी रह गया।
- यह रिपोर्ट एजेंसी के विश्लेषक आभाश शर्मा ने लिखी है।
- इसके अनुसार शुरू से चीन की निर्यात आय 2015 में बढ़कर 2.27 लाख करोड़ डॉलर हो गई।
- यह 67 साल पहले 53 करोड़ डॉलर थी। हालांकि, इस संख्या की अन्य देशों से तुलना नहीं की गई है।
वैश्विक बाजार में भारत की घटी हिस्सेदारी
- रिपोर्ट के अनुसार आलोच्य अवधि में वैश्विक व्यापार में भारत का हिस्सा भी कम हुआ।
- 1948 में वैश्विक बाजार में भारत का हिस्सा 2.2 फीसदी था जो कि 2015 में घटकर 1.7 फीसदी रह गया।
- इस दौरान बीच में यह एक प्रतिशत से कम ही रहा।
- हालांकि, अपवाद के रूप में 1963 में यह 1.3 फीसदी दर्ज किया गया।
- भारत को चीन का निर्यात कई गुना बढ़कर 2016 में 62 अरब डॉलर हो गया जो कि 2005 में सात अरब डॉलर था।
- जहां तक अमेरिका की बात है तो 1948 के बाद से इसमें लगातार कमी ही आई है।