नई दिल्ली। लगातार गिरावट की मार झेल रहे क्रूड का फंडामेंटल अचानक बदलता नजर आ रहा है। कुछ हफ्तों पहले 20 डॉलर प्रति बैरल कीमत की भविष्वाणी करने वाले ग्लोबल एनालिस्ट अब तेजी की बात कर रहे हैं। वहीं, बाजार में क्रूड के उत्पादन में कटौती की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। इन सबके बीच बीते 15 दिनों में क्रूड ऑयल के दाम करीब 27 फीसदी चढ़ चुके हैं और ब्रेंट क्रूड 35 डॉलर प्रति डॉलर के ऊपर कारोबार करता नजर आ रहा है। एनालिस्टों के बीच कराए गए एक सर्वे के मुताबिक 2016 के अंत तक डब्ल्यूटीआई क्रूड 46 डॉलर और ब्रेंट क्रूड 48 डॉलर तक पहुंच सकता है। हालांकि, मॉर्गन स्टेनली इससे इंकार कर रहा है। उसके मुताबिक क्रूड में आई ये तेजी टिकाऊ नहीं है।
उत्पादन घटने की उम्मीद
एनर्जी इनफॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक 2016 की पहली तिमाही से चौथी तिमाही के दौरान अमेरिका में क्रूड उत्पादन 6.20 लाख बैरल प्रति दिन से घट सकता है। वहीं, इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी का मानना है कि साल के अंत तक गैर-ओपेक देशों से तेल की सप्लाई 6 लाख बैरल प्रति दिन घटेगा। यही कारण है कि क्रूड की कीमतों में रिकवरी देखने को मिल रही है। जबकि अटकलें लगाई जा रही हैं कि उत्पादन कटौती को लेकर रूस और ओपेक के बीच बैठक हो सकती है। इसके कारण पिछले एक हफ्ते में क्रूड की कीमतों में 8 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है।
क्रूड से जुड़े फैक्ट्स
Facts of Crude oil
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मॉर्गन स्टेनली का अलग तर्क
अमेरिकन ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म मॉर्गन स्टेनली एनालिस्टों के उलट क्रूड में आई तेजी कभी भी गायब होने की बात कह रही है। मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि क्रूड की कीमतों में आई तेजी टिकाऊ नहीं है, क्योंकि इसको लेकर हालात में कोई बदलाव नहीं आया है। क्रॉस-एसेट स्ट्रेटेजी एनालिस्ट एडम लोंग्सो और अन्य ने क्रूड की कीमतों के अनुमान को समय से पहले घटा दिया है। लोंग्सो ने अनुमान में कटौती की चार मुख्य वजह बताई हैं। पहला सुस्त मांग, दूसरा अमेरिकी क्रूड निर्यात से प्रतिबंध का हटना, तीसरा ग्लोबल सप्लाई और चौथा अमेरिकी डॉलर में जोरदार तेजी। उन्होंने कहा कि क्रूड की डिमांड और सप्लाई में बड़ा अंतर है, जिसे भरने में लंबा वक्त लगेगा।