जिनेवा। नीलामी के लिए रखा गया अब तक का सबसे बड़ा हीरा यहां 220.49 करोड़ रुपये (3.4 करोड़ अमेरिकी डॉलर) में नीलाम हुआ है। नीलामी करने वाली कंपनी क्रिस्टी ने बताया कि इस तरह के रत्न की इतनी बड़ी नीलामी का यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। हालांकि इसके खरीदार का तुरंत पता नहीं चल पाया है।
यह हीरा माचिस की डिब्बी के बराबर का है और 163.41 कैरट का है, जो किसी भी त्रुटि से परे है। यह ‘डी’ रंग हीरा है। हीरे के रंगो का विभाजन ‘डी’ से शुरु होता है और डी रंग किसी हीरे का सबसे उन्नत रंग होता है क्योंकि यह हीरे के मूल रंग को परिभाषित करता है। इसका मतलब वास्तव में रंगहीन होना होता है क्योंकि हीरा पारदर्शी होता है। इसके बाद ई, एफ, जी इत्यादि की श्रेणी में रंग का विभाजन होता है जिसमें हीरे का रंग धीरे-धीरे हल्का पीला होता जाता है।
यह हीरा ‘द आर्ट ऑफ ग्रिसोगोनो’ नाम के एक हीरों के हार में जड़ित था। क्रिस्टी की इस रत्न नीलामी में कर और कमीशन के बाद इसे 3.35 करोड़ स्विस फ्रैंक (स्विट्जरलैंड की मुद्रा) में बेचा गया है।
क्रिस्टी के अंतरराष्ट्रीय रत्न विभाग के प्रमुख और नीलामीकर्ता राहुल कड़किया ने एजेंसी से कहा, ‘‘इसने एक नया विश्व कीर्तिमान रचा है। किसी नीलामी में डी रंग का यह हीरा सबसे महंगा बिका है।