नई दिल्ली। जनरल मोटर्स के डीलर्स कंपनी को अदालत में घसीटने की तैयारी कर रहे हैं। जनरल मोटर्स के भारत स्थित ज्यादातर डीलर कंपनी के खिलाफ सामूहिक रूप से मुकदमा करने की संभावनाएं तलाश रहे हैं। कंपनी ने इस साल अंत से भारत में अपने वाहनों की बिक्री बंद करने का फैसला लिया है। डीलरों का कहना है कि इसके बदले में डीलरों को बहुत कम मुआवजे की पेशकश की गई है। भारत में जनरल मोटर्स के 96 डीलर कंपनी की मुआवजे की पेशकश से नाराज हैं। ये डीलर देशभर में 140 शोरूम चलाते हैं। उनका कहना है कि उन्हें शोरूम में किए गए निवेश के एवज में केवल 12 प्रतिशत मुआवजा की पेशकश की गई है। उनका कहना है कि शोरूम बंद होने से करीब 9,500 लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।
यह भी पढ़ें : अब देशभर में हर रोज बदलेंगे पेट्रोल के दाम, 16 जून से शुरू हो सकती है ये नई व्यवस्था
जनरल मोटर्स से जुड़े डीलरों का यह भी कहना है कि मौजूदा ग्राहकों के सामने बाद में कारों के रख-रखाव की समस्या खड़ी होगी। ज्यादातर डीलर मानते हैं कि जनरल मोटर्स के भारतीय बाजार से जाने के बाद वह केवल पुराने वाहनों की मरम्मत अथवा रख-रखाव का काम नहीं करेंगे।
आटोमोबाइल डीलर्स एसोसियेसन फेडरेशन के अध्यक्ष जॉन पॉल कुट्टूकरन ने कहा कि,
करीब 50 डीलर्स ने एसोसिएशन से संपर्क किया है और कंपनी को अदालत में घसीटने की अपनी योजना की जानकारी दी है। हम भी अमेरिका में कंपनी के खिलाफ मामला दायर करने की संभावनाएं तलाश रहे हैं। जनरल मोटर्स काफी बड़ी कंपनी है इसलिए हमें पहले यह देखना होगा कि इस तरह का कदम उठाना व्यवहारिक होगा अथवा नहीं, यदि यह संभव होगा तो हम कदम उठाएंगे।
यह भी पढ़ें : फ्रिज, TV, AC और वाशिंग मशीन पर मिल रहा है भारी डिस्काउंट, 20 से 40 फीसदी कम रेट पर बेच रहे हैं रिटेलर्स
कुट्टूकरन ने कहा कि एसोसिएशन इस बारे में वकीलों के साथ बातचीत कर रही है। संपर्क करने पर हालांकि, जनरल मोटर्स इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी डीलरों के साथ अलग अलग बातचीत कर रही है और उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए योजना पर काम कर रही है।