नई दिल्ली। देश का रत्न एवं आभूषण निर्यात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-दिसंबर अवधि में 4.65 प्रतिशत घटकर 25 अरब डॉलर रह गया। अमेरिका जैसे कुछ बड़े बाजारों में मांग कमजोर पड़ने की वजह से निर्यात प्रभावित हुआ है। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) के आंकड़े के अनुसार पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में निर्यात 26.1 अरब डॉलर था।
श्रम आधारित इस क्षेत्र का देश के कुल निर्यात में करीब 14 प्रतिशत योगदान होता है। निर्यात में कमी का मुख्य कारण स्वर्ण आभूषण, स्वर्ण तमगे तथा सिक्के के निर्यात में गिरावट आना है। उद्योग ने निर्यात बढ़ाने को लेकर वस्तु निर्यात भारत योजना (एमईआईएस) के अंतर्गत प्रोत्साहन बढ़ाने की मांग की है।
जीजेईपीसी के एक अधिकारी ने कहा कि जीएसटी के कारण कार्यशील पूंजी फंसने से निर्यात प्रभावित हो रहा है। आंकड़े के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 के अप्रैल-दिसंबर में स्वर्ण आभूषण निर्यात 4 प्रतिशत घटकर 7 अरब डॉलर रहा। इसी प्रकार, तमगो तथा सिक्कों का निर्यात इसी अवधि में 55 प्रतिशत घटा है। हालांकि चांदी के आभूषण का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने के दौरान 16.28 प्रतिशत घटकर 3.11 अरब डॉलर रहा।
वहीं तराशे गए और पॉलिश वाले हीरे का निर्यात इस दौरान केवल 1.85 प्रतिशत बढ़ा। दूसरी तरफ कच्चे हीरे का आयात अप्रैल-दिसंबर के दौरान 10.87 प्रतिशत बढ़कर 14 अरब डॉलर रहा। वहीं सोने की छड़ों का आयात भी करीब 13 प्रतिशत बढ़कर 3.87 अरब डॉलर रहा।