नई दिल्ली। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा कि रत्न और आभूषण उद्योग से संबंधित शुल्क और करों के बारे में दिये गये सुझावों पर वित्त मंत्रालय विचार कर रहा है। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद के चेयरमैन कोलिन शाह ने सोने पर आयात शुल्क 12.5 प्रतिशत घटाकर 4.5 प्रतिशत और हीरे पर 7.5 प्रतिशत से 2.5 प्रतिशत करने का सुझाव दिया है। उद्योग मंडल सीआईआई के रत्न एवं आभूषण सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि देश में शुल्क ढांचा काफी ऊंचा है। गोयल ने कहा, ‘‘शुल्क में कमी को लेकर आपने जो सुझाव दिये हैं, वित्त मंत्रालय उस पर विचार कर रहा है।’’ मंत्री ने यह भी कहा कि उद्योग में कुछ अनियमितताएं पायी गयी हैं जिससे दुर्भाग्य से उनके साख खासकर वित्त पोषण पर असर पड़ा है।
केंद्रीय मंत्री ने सुझाव दिया कि उद्योग ऐसी स्थिति सृजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है जिससे वित्तीय संस्थानों के बीच क्षेत्र को लेकर भरोसा पैदा हो। गोयल ने कहा कि बैंकों तथ उसके अधिकारियों के साथ काम करने से हम वित्त पोषण की समस्या का समाधान निकाल सकते हैं जिसका सामना उद्योग आज कर रहा है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि उद्योग स्व-नियमन या नीति तथा प्रक्रियाओं पर विचार करे जिससे उद्योग में व्यवस्थित व्यवहार सुनिश्चित हो सके। मंत्री ने यह भी कहा कि शाह निर्यात, निर्यात के समय सीमा शुल्क स्टेशनों पर कर के रिफंड, ई-वाणिज्य तथा कुरियर के जरिये छोटे पैकेट में निर्यात की अनुमति जैसे मुद्दे समय-समय पर उठाते रहे हैं वह उस पर गौर करेंगे।’’