नई दिल्ली। अमेरिका और अन्य प्रमुख बाजारों की मजबूत मांग से देश का रत्न और आभूषणों का निर्यात अक्टूबर में 45.2 प्रतिशत बढ़कर 31,241.09 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अक्टूबर, 2020 में रत्न एवं आभूषणों का कुल निर्यात 21,515.97 करोड़ रुपये रहा था। जीजेईपीसी के चेयरमैन कोलिन शाह ने कहा, “रत्न और आभूषण उद्योग की कुल धारणा काफी सकारात्मक है। दीवाली से पहले की अवधि में विनिर्माण गतिविधियां चरम पर थीं। इसका पता अमेरिका सहित अन्य प्रमुख बाजारों की मजबूत मांग से चलता है।’’
शाह ने कहा, ‘‘मेरा अनुमान है कि अब विनिर्माण गतिविधियों में गिरावट आएगी क्योंकि अधिकांश कंपनियां दिवाली के अवकाश के लिए बंद हैं। हालांकि, मुझे उम्मीद है कि वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में इसकी रफ्तार ठीक हो जाएगी और हम 2021-22 के लिए अपने 41.75 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे।’’ इस बीच, कटे और पॉलिश हीरों का कुल निर्यात अक्टूबर में 47.90 प्रतिशत बढ़कर 19,178.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि 2020 के समान महीने में यह 12,966.89 करोड़ रुपये था। अक्टूबर में सोने के आभूषणों का कुल निर्यात 72.05 प्रतिशत बढ़कर 8,152.92 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 4,738.77 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष के पहले सात माह अप्रैल-अक्टूबर में चांदी के आभूषणों का निर्यात (अस्थायी) 25.98 प्रतिशत बढ़कर 11,331.52 करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पिछले वर्ष की समान अवधि में 8,994.9 करोड़ रुपये था।
अप्रैल-अक्टूबर के दौरान प्लैटिनम के आभूषणों का कुल निर्यात 227.26 प्रतिशत बढ़कर 137.6 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 42.05 करोड़ रुपये था। इस दौरान रंगीन रत्नों का निर्यात 105.39 प्रतिशत बढ़कर 1,297.45 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।