नई दिल्ली। जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी की अपने पावर बिजनेस में 12,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना है। इस मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि कंपनी के नए सीईओ लागत कम करने और संकटग्रस्त कंपनी को स्थिर करने की योजना पर काम कर रहे हैं। इस छंटनी में जीई के पावर कर्मचारियों का 18 प्रतिशत हिस्सा प्रभावित होगा। कंपनी के इस कदम से अमेरिका के बाहर कार्यरत पेशेवर और प्रोडक्शन वर्कर्स प्रभावित होंगे।
जीई पूंजी खर्च को घटाने और अनुसंधान एवं विकास खर्च में कटौती करने पर भी विचार कर रही है। गैस और कोल पावर बाजार में मंदी आने की वजह से कंपनी संकट में है। कंपनी अपने इस कदम की घोषणा एक-दो दिन में कर सकती है। जीई के नए सीईओ जॉन फ्लैनरी ने लागत घटाने के लिए यह नया फैसला लिया है, जो पहले ही कॉरपोरेट जेट विमान का उपयोग बंद कर चुके हैं और बॉस्टन में बनने वाले नए मुख्यालय का काम रोक चुके हैं।
जीई, दुनिया की सबसे बड़ी गैस टर्बाइन बनाने वाली कंपनी है। उसने पिछले महीने कहा था कि वह तिमाही लाभांश देगी और कुछ कारोबारों को बेचेगी। कर्मचारियों की छंटनी से जीई को अगले साल पावर डिवीजन में अपने खर्च में 1 अरब डॉलर की बचत करने के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। कंपनी ने 2018 तक पूरे समूह में 3.5 अरब डॉलर की बचत करने की योजना बनाई है।
पिछले साल के अंत तक जीई के पास उसके संचालित यूनिट में 300,000 कर्मचारी थे। पावर कंपनी का सबसे बड़ा डिवीजन है, जिसकी पिछले साल कुल बिक्री 26.8 अरब डॉलर रही। प्राकृतिक गैस से बिजली उत्पादन की ओर रुख बढ़ने और नवीनीकृत स्त्रोतों से बिजली प्राप्त करने के बढ़ते चलन की वजह से कंपनी को काफी नुकसान हो रहा है।